pravakta.com
व्यंग्य बाण : वर्षा प्रचार एवं सर्वेक्षण संस्थान - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
विजय कुमार पिछले कई महीने से शर्मा जी कष्ट में हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें ? नौकरी करते हुए तो पूरा दिन कार्यालय में फोकट की चाय पीते, मेज के ऊपर और नीचे से कुछ लेते-देते तथा फाइलों को दायें-बायें करते बीत जाता था; पर…