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आहत यमुना: क्रोधित देव - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
चेतावनी सुनो यमुना हां, हां मैं यमुना हूं। मैने ज़रखेज जमीनों को खूबसूरत बागीचों में बदला है। मैने भूख से बिलखते बचपन को जिंदगी दी है। चांदी सी रेत पर हरियाली का समंदर सींचा है। मैने जल दिया; जीवन दिया; काली अंधेरी रात में बिजली के लट्टुओं सी चमचमाती आबादी…