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अडवाणीजी अब तो सच्चाई स्वीकारिये - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
वीरेन्द्र जैन दर्शन शास्त्र के एक प्रोफेसर को साधारण भौतिक वस्तुएं भूल जाने की बीमारी थी। बरसात की एक शाम जब वे भीगे हुए अपने घर के दरवाजे पर पहुँचे तो घर में प्रवेश से पहले ही तेज याददाश्त वाली उनकी पत्नी ने पूछा “छाता कहाँ है?” “वह तो कहीं…