और बड़कू मामा बन गए बुद्धिजीवी...!! - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
तारकेश कुमार ओझा बड़कू मामा गरीब बैकग्राऊंड से थे। लेकिन जैसा कि नाम से स्पष्ट है , वे अपने परिवार के दूसरे भाई - बहनों में बड़े थे। लिहाजा उन्हें अपनों का सुनिश्चित सम्मान बराबर मिलता था। घर के बड़े बुजुर्ग भी परिवार के सभी सदस्यों को बड़े के नाते…