pravakta.com
असंगतिओं का जलप्रलय - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
गतिमय प्रिय स्मृतिओं की बढ़ती बाढ़ की गति ढूँढती है नए मैदानों के फैलावों को मेरे भीतर, पर यहाँ तो कोई निरंक स्थान नहीं है छोटा-सा कुछ भी और लिखने को...स्मृतिओं की नदी को मेरे मृदु अंतरतम में तुम अब और कहीं बहने दो । स्मृतिओं की नदी के…