आगे की सुधि लेय / विजय कुमार - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
पिछले दिनों सम्पन्न हुए पांच राज्यों के चुनावों के बारे में बहुत कुछ कहा और लिखा गया है। ‘जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी’ के अनुसार सबने इनका आकलन अपनी-अपनी तरह से किया है। किसी को इसमें राष्ट्रीय दलों का पराभव दिखाई दे रहा है, तो किसी…