नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने भारतीय प्रबंधन संस्थान को कैट की ऑनलाइन परीक्षा कराने में असफल बतलाया है। उन्होंने परीक्षा में चार दिनों से आ रही गड़बड़ियों की जांच के आदेश दिए हैं।
हालांकि सिब्बल ने कैट की परीक्षा आयोजित करने की आईआईएम की स्वायत्तता में हस्तक्षेप नहीं करेने की बात कही है। संसद भवन परिसर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। सरकार इससे चिंतित है।
गौरतलब है कि कैट परीक्षा में सफल हुए छात्रों को देश के शीर्ष प्रबंधन संस्थानों सहित 100 से अधिक संस्थानों में नामांकन मिलता है। बातचीत के दौरान सिब्बल ने कहा कि कदम उठाए जाने चाहिए। परीक्षा आयोजित करने से पहले परीक्षण किया जाना चाहिए था। वे परीक्षा संपन्न कराने में असफल प्रमाणित हुए हैं।
आंकड़े गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पहली दिसम्बर की सुबह तक तय 45,000 छात्रों में से 8,000 छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। यह बहुत बड़ी संख्या है। इस संबंध में आईआईएम से एक रिपोर्ट मांगी गई है।
तकनीकि क्रांति के दौर में इस साल कैट की परीक्षा ऑनलाइन कराने के लिए आईआईएम ने पूरी परीक्षा 10 दिनों में संपन्न कराने की बात कही थी। जबकि इससे पहले तक पूरे देश में एक ही दिन यह परीक्षा आयोजित की जाती थी।