कांग्रेस का ‘प्रवक्‍ता डॉट कॉम’ पर आरोप दुर्भाग्‍यपूर्ण

logoआज सुबह से कई मित्रों के कॉल आ रहे हैं कि मध्‍य प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रा. संजय द्विवेदी का प्रधानमंत्री की साख को ठेस पहुंचाने वाला आलेख दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में रहने वाले और भाजपा से जुड़े व्यक्ति की वेबसाईट प्रवक्ता.काम पर पब्लिश हो रहा है और ऐसा पूरे देश में एक योजना के तहत भाजपा मुख्यालय दिल्ली के भाजपाई लोग कर रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने चुनाव आयोग के जरिए मध्‍य प्रदेश शासन से यह मांग किया है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के प्राध्‍यापक द्विवेदी के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें नौकरी से निकाला जाए। 

कांग्रेस पार्टी के बौद्धिक दिवालिएपन का इससे बड़ा और क्‍या सबूत हो सकता है कि यह पार्टी अपनी स्‍वस्‍थ आलोचना से भी बौखला रही है और अनर्गल आरोप लगाने पर उतर आई है। प्रवक्‍ता डॉट कॉम कांग्रेस के इस कृत्‍य की कड़ी निंदा करती है। 

प्रवक्‍ता डॉट कॉम अभिव्‍यक्ति का खुला मंच है, जहां हर प्रकार की विचारधाराओं से जुड़े लेखकों के लेख प्रकाशित होते हैं। हर पार्टी के पक्ष में और हर पार्टी के विरोध में ‘प्रवक्‍ता’ पर लेख प्रकाशित होते हैं। कांग्रेस पार्टी अपनी जानकारी दुरुस्‍त कर लें कि प्रवक्‍ता डॉट कॉम का नई दिल्‍ली स्थित पहाड़गंज में अपना स्‍वतंत्र कार्यालय है जहां से यह संचालित होता है। 

भारत एक लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र में सब अपने विचार व्‍यक्‍त करने के लिए स्‍वतंत्र हैं। असहमति, विरोध; यह लोकतंत्र की खासियत है। तानाशाही व्‍यवस्‍था वाले देश में ही असहमति और विरोध नहीं जाहिर किए जाते। 

श्री संजय द्विवेदी प्रवक्‍ता डॉट कॉम के सम्‍मानित लेखक हैं। स्‍वदेश, हरिभूमि और दैनिक भास्‍कर जैसे प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों में उच्‍च पदों पर रह चुके हैं। गत दो दशकों से देश के प्रमुख समाचार-पत्रों और सम्‍मानित वेबसाइटों पर उनके लेख निरंतर प्रकाशित हो रहे हैं। विचारशील और निर्भीक लेखनी के चलते बौद्धिक जगत में उनकी विशिष्‍ट पहचान है। ‘प्रवक्‍ता’ पर श्री द्विवेदी ने कांग्रेस और भाजपा, दोनों दलों की अच्‍छी नीतियों की प्रशंसा और गलत नीतियों की सख्‍त आलोचना की है। 

‘प्रवक्‍ता डॉट कॉम’ के पास अभी मध्‍य प्रदेश कांग्रेस द्वारा जारी किए गए दस्तावेज प्राप्‍त नहीं हुए हैं। इस संबंध में विभिन्‍न वेबसाइटों से ही हमें पता चला है। वेबसाइटों पर प्रकाशित समाचार के मुताबिक कांग्रेस के आरोप आपत्तिजनक हैं। मीडिया जगत में प्रवक्‍ता डॉट कॉम की विश्‍वसनीयता है। निष्‍पक्षता हमारी पहचान है। गत छह वर्षों से यह वेबसाइट बिना किसी दबाव और प्रभाव के अपने स्‍वभाव के मुताबिक कार्य कर रही है। 

मध्‍य प्रदेश कांग्रेस ने ‘प्रवक्‍ता डॉट कॉम’ की छवि बिगाड़ने का काम किया है। कांग्रेस अपने आरोप को वापस ले अन्‍यथा ‘प्रवक्‍ता डॉट कॉम’ कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्‍य होगी। (संपादक) 

संदर्भ : 

https://www.virarjun.com/DisplayNews.aspx?newsid=132168

शिवराज सरकार चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है : मिश्रा

प्रकाशित: 14 अप्रैल 2014

भोपाल (ब्यूरो मप)। भारत के यशस्वी पधान मंत्री और देश के पख्यात अर्थशास्त्राr डॉ. मनमोहनसिंह के बारे में अनर्गल, बेबुनियाद, असत्य और पधानमंत्री की गरिमा को “sस पहुंचाने वाली जैसी टिप्पणी करने वाले शासकीय कर्मचारी माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय संचार एवं पत्रकारिता विश्व विद्यालय के जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष पो. संजय द्विवेदी को नौकरी से तत्काल बर्खास्त किया जाए। कांगेस पार्टी इस संबंध में संजय द्विवेदी की शिकायत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी म.प. को दस्तावेजों के साथ कर रही है।

पदेश कांगेस के मुख्य पवक्ता के.के. मिश्रा ने उक्त संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि कांगेस पार्टी की चुनाव आयोग और चुनाव आयोग के जरिये म.प. शासन से मांग करती है कि ऐसे पो. के विरूद्व तत्काल कार्रवाई करते हुए न केवल उन्हें नौकरी से निकाला जाए, वरन उनसे कहा जाए कि वे पधान मंत्री के संबंध में की गई टिप्पणी को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। अन्यथा कांगेस पार्टी मानहानि का पकरण दायर करने के लिए बाध्य होगी। मिश्रा ने आगे कहा है कि जहां एक तरफ चुनाव आयोग माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय संचार एवं पत्रकारिता विश्व विद्यालय के तीन पोफेसर मोनिका वर्मा, पदीप डहेरिया तथा सुरेन्द कोल को चुनाव पािढया में शामिल कर रहा है, वहीं दूसरी ओर इसी विश्व विद्यालय की जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष संजय द्विवेदी पधान मंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया, बेवसाईट और अपने ब्लाग में विश्व विद्यालय के कुलपति बी.के. कु”ियाला के संरक्षण और दबाव में आलेख लिख रहे हैं। द्विवेदी खुलेआम भाजपा के पक्ष में गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। लिहाजा, म.प. में लोकसभा चुनाव निष्पक्ष संपन्न होना संभव नहीं है। पदेश कांगेस के मुख्य पवक्ता ने आगे कहा है कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय संचार एवं पत्रकारिता विश्व विद्यालय के कर्मचारी राजनैतिक गतिविधियों में भाग नहीं लेंगे। यहां तक कि अब तो नयी नियुक्तियों में एक वचन पत्र भरवाया जाने लगा है।

कि विश्व विद्यालय का कोई भी कर्मचारी किसी भी पकार की राजनैतिक गतिविधियों में भाग नहीं होगा।

मिश्रा ने म.प. की शिवराजसिंह सरकार पर आरोप लगाया है कि म.प. में शासकीय कर्मचारियों का चुनाव में कैसे दुरूपयोग किया जा रहा है। पो. संजय द्विवेदी तो केवल एक उदाहरण मात्र हैं। ऐसे अनेक अधिकारी/कर्मचारी भाजपा, शिवराजसिंह चौहान और नरेन्द मोदी के पक्ष में खुलेआम काम कर रहे हैं। पो. संजय द्विवेदी का पधान मंत्री की साख को “sस पहुंचाने वाला आलेख दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में रहने वाले और भाजपा से जुड़े व्यक्ति की बेवसाईट पवक्ता.काम पर भी पब्लिस कर पूरे देश में एक योजना के तहत भाजपा मुख्यालय दिल्ली के भाजपाई लोग कार्य कर रहे हैं।

6 COMMENTS

  1. kongresi log or neta or karykar sab apane aapko jyada hi smart samajte hai ye itna nahi jante ki har ek nagrik ko abhivyakti ka adhikar sanvidhan ne diya hai !!!!

    meri samaj me aaj tak ye nahi aata ki nokari karne vale kyon kisi bat ki abhivyakti nahi kar sakte kya ye nokari karne vale is desh ke nagrik nahi hai ?

    ek kongresi ne zat se chithi likh di jaise ki vo bada tismarkhan ho kya samaj te hai ye kongresi neta —–itni giri mansikta ho sakti hai ye to misra ke hkat se hi pata chalta hai ——

    sabhi budhdhijivi-budhdhivadi-or budhdhinisth logo ko jagne ka samay aa gaya hai ——-AISA IS LIYE HUVA HAI KI SOCHNE VALE LOG KHAMOSH HAI —–

  2. संजीव जी इन कांग्रेस वालो ने तो विधानसभा चुनाव में ये तक चुनाव आयोग से कहा था की भोपाल के तालाबों में खिले कमल के फूल हटायें जाये इनसे भाजपा का प्रचार होता है … कांग्रेस के इसी दिवालियेपन का जवाब मध्यप्रदेश की जनता तीन बार विधानसभा चुनाव में दे चुकी है , अब भी इन्हे समझ न आये तो क्या कहा जाये … विनाश काले विपरीत बुद्धि …

  3. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी भी लोकतंत्र में एक मान्य नागरिक अधिकार है। कांग्रेस यदि इसके हनन का प्रयास करेगी तो उसे उसके नेतृत्त्व के द्वारा 39 वर्ष पूर्व घोषित किए गए आपाद्काल के दौरान हुए जनाक्रोश का स्मरण कर लेना चाहिए। प्रवक्ता डाट कॉम और उसके लेखक पूरी ज़िम्मेदारी के साथ अपनी बौद्धिक क्षमताओं का उपयोग करने में समर्थ हैं। उनमें से कोई भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संविधान प्रदत्त उनके अधिकार के विरुद्ध किसी भी राजनीति प्रेरित कारवाई का विरोध करेगा।

  4. कांग्रेस के खिलाफ जो भी कुछ कहे चाहे वह शत प्रतिशत सही क्यों न हो वह उसे चुभता ही है अभी कांग्रेस अपने कुकर्मों की वजह से बड़े सदमे में है, इसलिए उनका ऐसा करना स्वाभाविक है

  5. हताशा में आत्मघाती कदम उठा रही है कांग्रेस पार्टी।

  6. कांगेस पार्टी का आरोप बहुत ही अशोभनीय व विद्वेष की भावना से ग्रस्त हैं, हम इसकी कठोर निन्दा करते हैं ।

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