निगम चुनावों में तगडी जीत के बाद अब द्वारका विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा ने अपना झंडा बुलंद किया . द्वारिका से भाजपा उम्मीदवार प्रधुम्न राजपूत ने कांग्रेसी उम्मीदवार तिलोत्तमा चौधरी को 11362 मतों से हराकर कांग्रेस को करारा झटका दिया है . दरअसल राजपूत की जीत को परिवारवाद के खिलाफ लोकतंत्र की जीत मानी जा रही है . उल्लेखनीय है कि पराजित उम्मीदवार तिलोत्तमा चौधरी पूर्व विधायक और वर्तमान कांग्रेसी सांसद महाबल मिश्र की रिश्तेदार हैं . चौधरी की हार लगभग तय मानी जा रही थी और अंततः 24526 मतों से संतोष करना पड़ा . मुद्दे की बात यह रही कि जनता ने एक बार भाई-भतीजावाद को उसकी औकात फ़िर बता दिया है . पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में महाबल मिश्रा से शिकस्त खा चुके भाजपा उम्मीदवार प्रद्युमन राजपूत आवश्यक वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों और बिजली कटौती को इस उपचुनाव में भुनाने में कामयाब रहे .
कांग्रेस के विरुद्ध जनता का फरमान द्वारिका ही नहीं बल्कि ओखला विधानसभा सीट पर भी सुनाई दिया जहाँ कांग्रेसी उम्मीदवार फरहद सूरी को हराकर राजद के आसिफ मुहम्मद खान ने जीत हासिल कर ली . महंगाई ,बिजली और पानी जैसे मुद्दों पर बेकफुट पर खड़ी कांग्रेस की सभी दो सीटों पर हुई हार ने पोल खोल कर रखदी है .