एक गुज़ारिश करुं खुदा से, तेरा नाम ना मैं भुला सकूँ ! - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
काश ये दूरियाँ कम हो जाएं तुम्हारे पलकों पर मैं छा सकूं कोई जो मुझे अपना समझता है उसी का हूँ अहसास दिला सकूँ जो रिस्ते की मुकद्दर हमने लिखी वह कायम रहेगा विश्वास दिला सकूँ कर सकता अगर बयां, तुम्हारी कमीं लफ़्ज़ो से लफ़्जो के साये में बन्दिशें मैं…