गजल:पूछो तो भगवान है क्या–श्यामल सुमन

0
182

समझदार की भीड़ सामने एक सुमन नादान है क्या

मन्दिर मस्जिद गिरिजाघर में पूछो तो भगवान है क्या

 

पालनहार वही जब सबका मरते भूखे लोग कई

बेबस होकर सोच रहा मन ये उनकी सन्तान है क्या

 

दरगाहों में या मन्दिर में लाखों लोग किनारे हैं

बड़े लोग का स्वागत ऐसा मालिक का मेहमान है क्या

 

कुछ नाकाबिल लोगों को भी प्रायोजित सम्मान मिले

ऐसे लोगों को दुनिया में मिल पाती पहचान है क्या

 

होते जोड़ घटाव हमेशा पाप पुण्य परिमाणों में

सत्कर्मों से अलग बात यह लगता इक दुकान है क्या

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here