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ऐ लाला कुछ दे दे(कविता) - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
"समझौता’’ ऐ लाला कुछ दे दे मेरे बच्चे भूखे हैं, भिखारन ने लाला से सवाल किया लाला ने नोटों की गिनती बन्द कर नोट मुटठी में छुपा लिये और नजर उठाकर, भिखारन के शरीर पर गड़ा दी, उसके सोने जैसे तन को वो भूखे गिद्ध की तरह निहारने लगा ऐ…