-शैलेंद्र कुमार-
-भारत में गरीबी खत्म हुई व मध्यम वर्ग धनि हो गया-
मात्र 365 दिन में मोदी सरकार ने वो अलोकिक और अद्धभुत कार्य कर दिया जो अब तक कोई भारत-रत्न, पदम् धारी, राजनेता, मंत्री भी नहीं कर पाये जिनके नाम से बड़ी बड़ी योजनाये, भवन, सड़के, पुल, चोराये, डाक टिकिट, नोट, मंदिर न जाने क्या क्या चल रहे है | यह पूर्णतया सच है जो अदालत में भी चेलैंज नहीं हो सकता व अर्थशास्त्र की बारीकियों, विज्ञानं के कैलकुलेटर व कंप्यूटर की गणना के आधार पर टीका, कागज पर सरकारी ठप्पे के साथ और विज्ञानं के पूर्वानुमान सिद्धांत पर परखा, सरकारी बजट की तरह पूर्णतया दूध से धुला व गंगा के समान एकदम पारदर्शी है |
एक माह पूर्व ही सरकार ने लोकसभा में फाइनेंस बिल पास करा है | इसके तहत
“कर योग्य आय” की परिभाषा बदल कर सब्सिडी, अनुदान, रियायत, डयूटी को भी
इसमे शामिल कर लिया | यह भुगतान केंद्र व राज्य सरकार के आलावा कोई भी
अथॉरिटी या एजेंसी करे वो भी गिना जायेगा | आप इसे पढ़ेंगे तब तक यह राज्य
सभा में पास हो चूका होगा क्युकी यह ज्यादा जोड़ बाकी व माथापच्ची वाला है
अन्यथा अध्यादेश के माध्यम से एक सौ एक प्रतिशत लागु हो जायेगा |
अब मोदी सरकार सरकारी स्कीम या उत्पाद का पैसा बाजार दर से पहले ही ले
रही है और उसे अनुदान कहके आपके बैंक खाते में जमा करा रही है | कई स्कीम
में यह लागु हो चुका है व शेष में अति शीघ्र लागु हो जायेगा | यदि ऐसा
नहीं भी हो तो आपको “रियायत” वाले बिल के कॉलम में लिखकर कम पैसा ले
लिया जायेगा अर्थार्त एक बड़ी कमाई आपके खाते में जोड़ दी जाएगी | सरकार को
भी पहले करोडो रुपये की व्यवस्था कर खर्च करने का काम ही नहीं करना पड़ेगा
|
इसे आंकड़े में समझे तो एक गैस की टंकी इस्तेमाल करने पर आपकी आय करीबन
200 रुपये बढ़ी और एक कनेक्शन पर 12 टंकी अर्थार्त आय हो गई 2400 रुपये |
गरीबी के दायरे में आने वाले के लिए प्रति व्यक्ति 3 -5 लीटर केरोसिन
प्रतिमाह अर्थार्त 60 रुपये की अतिरिक्त्त आय | सरकारी एक रूपया किलो
गेहू व दो रुपये किलो चावल में दस किलो गेहू लो या पांच किलो चावल
प्रतिमाह 150 रुपये की अतिरिक्त्त आवक, शक्कर पर अतिरिक्त्त 15 रुपये की
कमाई व अलग अलग राज्यों में दाल, दलिया, प्याज, टमाटर आदि पर सेकड़ो में
कमाई का सरकारी टोकन |
यदि आपके घर में बच्चे की डिलेवरी हुई तो इलाज के नाम पर करीबन 3000
रुपये की कमाई व 1400 रुपये कॅश आय | पहले ही बच्चे है तो उसको फ्री
शिक्षा, किताबे व दिन में खाने के रूप में हजारो की प्रतिमाह कमाई | यदि
बैग, साइकिल, लैपटॉप मिला तो छपड़ फाड़ के कमाई आपके खाते में जुड़ गई | यदि
लड़की हुई तो धन लक्ष्मी, बालिका सुरक्षा, कन्यादान न मालूम किस किस नाम
से चंद रुपये देकर हजारो की अतरिकत आय | यदि जन धन योजना में फ्री बैंक
खाता खोला है तो 2 लाख का बीमा और बाजार मूल्य के हिसाब से 200 से 500
रुपये की अतिरिकत मासिक आय | सरकारी रियायत पर जमीन व उसके पट्टे पर
बम्पर मासिक आय | आपके कमाई वाले कॉलम को भरने के लिए सरकार ने धन कुबेर
का दरवाजा अपने लिए खोल सेकड़ो योजनाये चला रखी है |
मंदिर, चर्च, दरगाह, गुरुद्वारे जैसे सभी धार्मिक स्थल भी अन्य अथॉरिटी व
एजेंसी में एन जी ओ की तर्ज पर दायरे में आगये अर्थार्त यहाँ प्रसाद
खाया, किसी कार्य में भोजन करा, कम्बल, चप्पल, साड़ी, पुराने कपडे लिए वो
भी आपकी कमाई में गिने जायेगे | अनु – दान यानि थोड़ा रिबेट और दान यानि
पूरा रिबेट | यदि आप सरकारी अस्पताल में इलाज कराने गये तो पैसा नहीं
लगेगा परन्तु आपकी इनकम जरूर बढ़ जाएगी | यदि एन जी ओ ने आपके मोहल्ले की
सफाई करी तो खर्च-औसतन आपकी आय हो गई आख़िरकार सरकार ही तो एन जी ओ को
अनुदान राशि आप के काम करें के लिए दे रही है |
सब्सिडी की दर, न्यूनतम मूल्य, अनुदान राशि, क्रूड आयल को भारत में रिफाइन करने का खर्च, बाजार दर आदि पहले की भाति सरकार ही तय करेगी अर्थार्त अमीर बनाने की जादुई छड़ी सरकार के पास रहेगी | इस प्रकार एक गरीब आदमी की औसतन मासिक आय करीबन पांच हजार रुपये व मध्यम वर्ग की दस हजार से ज्यादा | अतः: कानूनन इस देश में कोई गरीब नहीं रहा व मध्यम वर्ग आयकर के दायरे में आ गया अर्थार्त धनवान हो गया | आपका मानना या न मानना सबसे शक्तिशाली संसद के सामने नगण्य है |
मोदी सरकार ने सिर्फ एक वर्ष में आपके अच्छे दिन ला दिए अब उन्हें चार साल तक तो विदेशो में घूमने दो | पहले ही वो दर्द प्रकट कर चुके है की आपने उन्हें दूसरी सरकारों की तरह हनीमून पीरियड भी एन्जॉय नहीं करने दिया |