एक ही साल में दो फिल्म फेयर पुरस्कार पानेवाली अभिनेत्री:रानी मुखर्जी

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-अनिल अनूप
बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्रियां दीपिका पादुकोण, जैकलीन फर्नांडीज, सोनाक्षी सिन्हा और रानी मुखर्जी भले ही मुंबई की बहुमंजिला इमारतों में रहती हों, लेकिन उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज क्षेत्र में इन लोगों के गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी के राशन कार्ड बने हैं और उन पर बाकायदा राशन भी बांटा जा रहा है.
जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु ने बताया कि कायमगंज तहसील के साहबगंज गांव के निवासियों ने बीपीएल परिवारों को जारी किए जाने वाले ‘अंत्योदय’ राशन कार्डधारकों में दीपिका पादुकोण, जैकलीन फर्नांडीज, सोनाक्षी सिन्हा और रानी मुखर्जी के नाम शामिल किए जाने और उन पर फर्जी तरीके से राशन बांटे जाने की शिकायत की थी.
उन्होंने बताया कि कायमगंज तहसील के उप जिलाधिकारी अजीत कुमार द्वारा उन्हें भेजी गई रिपोर्ट में पाया गया है कि गांव में 169 परिवारों के राशन कार्ड बने हैं. उनमें से अंत्योदय श्रेणी के 40 कार्ड धारकों में बॉलीवुड की कई जानी-मानी अभिनेत्रियों के नाम शामिल हैं और उन सभी को ‘विवाहित’ भी बताया गया है.
हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में कई सालों से काम कर रही और ‘कुछ कुछ होता है’, ‘युवा’, ‘साथिया’ और ‘नो वन किल्ड जेसिका’ जैसी यादगार फिल्मों में काम कर चुकी अभिनेत्री रानी मुखर्जी का कहना है कि वह आमिर खान और शाहरुख खान जैसे वरिष्ठ अभिनेताओं के सामने खुद को नौसिखिया मानती हैं।
रानी ने कहा कि वह आमिर और शाहरुख की सलाहों को मानती हैं। रानी ने कहा, मैंने दो लोगों- आमिर और शाहरुख के सामने खुद को हमेशा एक युवा या नौसिखिया कलाकार माना है। मैं उनसे प्रेरणा पाती हूं। मैं उनके सामने काम करने में हिचक नहीं महसूस करती, लेकिन मैं उनसे बहुत कुछ सीखती हूं।
रानी ने कहा, जब वह मुझे कोई सलाह देते हैं, तो मैं उसे जरूर मानती हूं। क्योंकि मुझे लगता है कि वह मेरी भलाई के लिए मुझे सलाह देते हैं। रानी को लगता है कि आमिर एक ऐसे अभिनेता हैं, जिनकी फिल्मों की रिलीज से पहले ही लोग सोचने लगते हैं कि वह अच्छी होगी ही, क्योंकि आमिर उसमें हैं।
रानी ने कहा, आमिर ऐसे अभिनेता हैं, जिनकी फिल्म लोग हर हाल में देखना चाहते हैं। जब आपको पता चलता है कि आमिर किसी फिल्म में हैं, तब आप सोचते हैं कि आपको वह देखनी ही है, भले आपको
फिल्म का प्रोमो पसंद आए या नहीं। रानी ने आमिर की तारीफ करते हुए कहा, आमिर अपने काम को लेकर बहुत समर्पित हैं और वह जिस तरह की फिल्मों का चयन करते हैं, उनका लोगों के जीवन पर कुछ ना कुछ प्रभाव जरूर पड़ता है।
आमिर के फिल्म प्रचार के तरीकों की बात पर रानी ने कहा, आमिर जिस तरह से फिल्म का प्रचार करते हैं, उसे देखकर आपको कहना ही पड़ेगा कि वह बहुत बुद्धिमान इंसान हैं। रानी ने पहली बार 1998 में विक्रम भट्ट की फिल्म ‘गुलाम’ में आमिर के साथ काम किया था। रानी ने कहा, मैं आमिर खान की बहुत बड़ी प्रशंसक हूं। जब मैंने उनकी फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ देखी, तब मुझे उनसे प्यार हो गया था। जब मैं ‘गुलाम’ में उनके साथ काम कर रही थी, तब मैं बार-बार घबरा जाती थी और उनके जूतों की तरफ देखने लगती थी। उनके साथ रोमांटिक दृश्य करते समय, तो मैं और भी ज्यादा घबरा जाती थी।
रानी ने कहा कि अब ‘मिस्टर परफेक्शनलिस्ट’ उनके अच्छे दोस्त बन गए हैं। इन सालों में हम अच्छे दोस्त बन गए हैं, मुझे लगता है कि यह दोस्ती जिंदगी भर कायम रहेगी। मैं उनके 80वीं जन्मदिन में भी शामिल होउंगी।
रानी मुखर्जी भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैंlउनके बॉलीवुड करियर के दौरान वे भारत की सबसे हाईप्रोफाइल अभिनेत्रियों में से एक रही हैंl उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं जिनमे से 7 फिल्मफेयर पुरस्कार भी शामिल हैंl वे भारतीय अभिनेत्रियों की सूची में प्रभावशाली अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती हैंl
रानी का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ थाl उनके पिता का नाम राम मुखर्जी और मां का नाम कृष्णा मुखर्जी हैl उनके एक बड़े भाई भी हैं जिनका नाम राजा मुखर्जी हैl उनके परिवार के ज्यादातर लोग किसी ना किसी रूप में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े रहे हैंl
रानी की पढ़ाई मानिकजी कूपर हार्इस्कूल, जुहू, मुंबई से हुई थीl उन्होंने एस.एन.डी.टी. महिला विश्वविद्यालय से गृहविज्ञान में स्नातक पूरा किया थाा फिल्मों में काम करने से पहले रानी मुखर्जी ने रोशन तनेजा के एक्टिंग इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग लीा
रानी ने फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा से शादी की हैl
पर्दे पर उनकी पहली उपस्थिति फिल्म ‘बियेर फूल’ में हुई थी लेकिन अग्रणी भूमिका के तौर पर उनकी पहली फिल्म ‘राजा की आएगी बारात’ थीlफिल्म तो खास नहीं चल पाई लेकिन उनके काम की प्रशंसा हुईा उन्होंने अपने करियर में कई छोटी बड़ी फिल्में की हैं और अपने काम के जरिए इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया हैा
रील लाइफ रोमांस करते हुए एक्टर गोविंदा खुबसूरत एक्ट्रेस रानी मुखर्जी के साथ रियल लाइफ में भी रोमांस करने लग गए थे। गोविंदा के जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं की आखिर कैसे गोविंदा और रानी मुखर्जी का प्यार परवान चढ़ा और कैसे इनकी प्रेम कहानी का अंत हुआ।
साल 2000 में आई गोविंदा और रानी मुकर्जी की पहली फिल्म हद करदी आपने। इस फिल्म के बाद गोविंदा और रानी की जोड़ी दर्शकों को भा गई थी। ख़बरों के मुताबिक जितना लोग इस जोड़ी को पसंद कर रहे थे उतना ही यह दोनों भी एक दुसरे को पसंद करने लगे थे।
रील लाइफ की यह जोड़ी रियल लाइफ में भी बेहद करीब आ गई थी।करीब की इस रिश्ते की वजह से गोविंदा की शादीशुदा ज़िन्दगी भी टूटने की कगार पर आ गई थी।उन दिनों छपी ख़बरों के मुताबिक गोविंदा और रानी साथ साथ भी रहने लगे थे और गोविंदा ने रानी को एक मर्सिडीज़ कार भी गिफ्ट करी थी।
गोविंदा और रानी की बढती नजदीकियों के कारण गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा अपने दो बच्चों के साथ गोविंदा को छोड़ कर चली गईं थीं। बताया जाता है की सुनीता ने रानी को गोविंदा से दूर रहने की धमकी भी दी थी।
गोविंदा के लिए सुनीता को छोड़ पाना इतना आसान नहीं था क्योंकि गोविंदा की सारी प्रॉपर्टी सुनीता के नाम थी। रानी को भी गोविंदा का शादीशुदा और दो बच्चों का पिता होना खटक रहा था। यही वजह थी की वो इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहती थी।इन्ही वजहों से गोविंदा और रानी ने अपने रिश्ते को आगे नहीं बढ़ा सके।
रानी को पहली बॉलीवुड फिल्म सलमान के पिता और राइटर सलीम खान ने उस वक्त ऑफर की थी,जब वे 10वीं क्लास में थीं। हालांकि,उनके पिता राम मुखर्जी ने यह कहकर ऑफर ठुकरा दिया की रानी अभी बहुत छोटी हैं और वे उनका फुल टाइम करियर चाहते हैं। बाद में उर्मिला मातोंडकर ने की यह फिल्मl रानी के ना कहने के बाद हामिद अली खान के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर को साइन किया गया। इस फिल्म का नाम था’आ गले लग जा’,जो 1994 में रिलीज हुई थी। सलीम खान ने इस फिल्म की कहानी लिखी थी।
रानी ने अब तक करीब 55 फिल्मों में काम किया है। बॉलीवुड करियर की शुरुआत उन्होंने डायरेक्टर अशोक गायकवाड़ की फिल्म ‘राजा की आएगी बरात’ (1997) से की थी। हालांकि, कम ही लोग जानते होंगे कि बतौर एक्ट्रेस यह उनकी पहली फिल्म नहीं थी। रानी ने इससे पहले अपने पिता राम मुखर्जी की बंगाली फिल्म ‘बियेर फूल’ में काम किया था। उन्होंने फिल्म की लीड एक्ट्रेस इंद्राणी हलदर की छोटी बहन मिली का किरदार निभाया था।.
फिल्मफेयर अवॉर्ड्स बॉलीवुड के फेमस अवॉर्ड्स में से एक हैं और ये 1953 से लगातार दिए जा रहे हैं। हर साल कई स्टार्स इन अवॉर्ड्स से नवाजे जाते हैं, लेकिन रानी मुखर्जी एकमात्र ऐसी एक्ट्रेस हैं, जिन्हें एक ही साल में दो-दो फिल्मफेयर अवॉर्ड्स मिले थे। साल 2005 में जहां उन्हें फिल्म ‘हम तुम’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया था तो वहीं फिल्म ‘युवा’ के लिए उन्होंने बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस की ट्रॉफी भी अपने नाम की थी।
मणि रत्नम के निर्देशन में बनी ‘दिल से’ (1998), आशुतोष गोवारिकर की ‘लगान’ (2001) और राजकुमार हिरानी की ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस'(2003) के लिए डायरेक्टर्स की पहली पसंद रानी मुखर्जी थीं, लेकिन डेट प्रॉब्लम के चलते वे ये फिल्में नहीं कर सकीं। बाद में ‘दिल से’ मनीषा कोइराला को, ‘लगान’ और ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ ग्रेसी सिंह को ऑफर हुईं। तीनों ही फिल्मों को न केवल समीक्षकों की सराहना मिली, बल्कि ये बॉक्स ऑफिस पर भी सफल रहीं।.
साल 2005 में जब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भारत आए थे, तब मनमोहन सिंह ने दिल्ली के होटल अशोक में एक डिनर रखा था। इस डिनर में रानी मुखर्जी को भी बुलाया गया था। वे बॉलीवुड की एकमात्र मेंबर थीं, जो इस डिनर में मौजूद थीं। गौरतलब है कि इससे करीब 5 महीने पहले फिल्म ‘वीर जारा’ रिलीज हुई थी, जिसमें रानी ने पाकिस्तानी ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट की भूमिका निभाई थी। इसके बाद से वे मुशर्रफ की पत्नी की फेवरेट एक्ट्रेस बन गईं।
रानी मुखर्जी को साल 2006 में मीरा नायर ने उनकी हॉलीवुड फिल्म ‘द नेमसेक’ का ऑफर दिया था। इस दौरान रानी धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म ‘कभी अलविदा न कहना’ की शूटिंग कर रही थीं। दोनों फिल्मों की डेट क्लैश होने के कारण रानी ने ‘द नेमसेक’ का ऑफर ठुकरा दिया। बाद में यह फिल्म तब्बू को ऑफर हुई और उन्हें इसके लिए खूब सराहना भी मिली।
रानी मुखर्जी बॉलीवुड की वे एक्ट्रेस भी हैं, जिनकी दो फिल्में भारत की ओर से एकेडमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) में एंट्री ले चुकी हैं। साल 2000 में उनकी कमल हासन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘हे राम’ ऑस्कर की रेस में शामिल हुई। इस फिल्म में रानी ने कमल हासन की पत्नी अपर्णा का किरदार निभाया था। इसके बाद साल 2005 में अमोल पालेकर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘पहेली’ भारत की ओर से ऑस्कर में पहुंची। इस फिल्म में रानी ने शाहरुख खान की पत्नी लच्छी का रोल अदा किया था।
कुछ दिन पहले की ही बात है जब एक ऑस्कर अवार्डी अमेरिकन डायरेक्टर ने क़ुरान की आयतें एक बड़े फंक्शन में सुना कर सभी की आँखें नम कर दी थीं या यूँ कहें कि आँखें खोल दी थीं।
इसके इलावा जानी मानी हॉलीवुड अदाकारा और मॉडल लिंडसे लोहान की भी तस्वीर सामने आई जिसे उन्होंने कुरान की आयत के लिख कर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया था।
और अब बॉलीवुड की बेहतरीन अदाकारा रानी मुखर्जी ने भी पैगम्बर मोहम्मद की शान में अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि “जहाँ तक मैंने पैगम्बर साहब की ज़िन्दगी और हरफ़ (शख्शियत) को समझा है उस से मैं यह कह सकती हूँ कि वो दुनिया के इतिहास के सबसे नेक दिल और बेहतरीन इंसान थेl.
कई लोगों को यह बात पता ही नहीं कि रानी मुखर्जी ने सिल्वर स्क्रीन पर पहली बार एंट्री 14 साल की उम्र में की थी। यह एक बंगाली फिल्म थी, जिसका नाम है ‘बियेर फूल’।
इसके बाद उन्होंने बीटाउन में एंट्री की। 1996 में उनकी फिल्म आई- ‘राजा की आएगी बारात’। हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई, लेकिन ये आदित्य चोपड़ा थे जिन्होंने रानी की ताकत पहचानी।
रानी मुखर्जी ‘कुछ कुछ होता है’ के लिए करन जौहर की पहली पसंद नहीं थीं। यह रोल पहले ट्विंकल खन्ना को ऑफर किया गया था।
रानी मुखर्जी पहली ऐसी एक्टर हैं, जिन्होंने एक ही साल में बेस्ट एक्ट्रेस और बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस की ट्रॉफी हासिल की। फिल्मफेयर का यह साल था- 2005। उन्होंने कुनाल कोहली की हम तुम और मणिरत्नम की फिल्म युवा के लिए ये अवार्ड्स हासिल किए।..
रानी को हॉलिवुड फिल्म द नेमसेक में लीड रोल ऑफर हुआ था। हालांकि, रानी को इस ऑफर को कभी अलविदा ना कहना के शिड्यूल की वजह से छोड़ना पड़ा। इसके बाद यह रोल तब्बू को ऑफर किया गया। जिन्होंनें इस भूमिका में काफी तारीफ बटोरी।
रानी एक ऐसी सेलिब्रिटी हैं, जिन्हें पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की तरफ से डिनर ऑफ ऑनर के लिए बुलाया गया।
रानी मुखर्जी फिल्मफेयर पॉवर लिस्ट 2005 में अकेली महिला थीं।
दिलचस्प है, कि रानी मुखर्जी ने आज तक कोई भी फेयरनेस क्रीम को इन्डॉर्स नहीं किया है।
रानी ओडिसी डांस में ट्रेंड हैं। उन्होंने 10 सालों तक अपना पैशन बरकरार रखा।
रानी मुखर्जी की शादी 21 अप्रैल 2014 को आदित्य चोपड़ा से हुई। उन्होंने 9 दिसंबर 2015 को अपनी बेटी को जन्म दिया।
1998 रानी ने आमिर खान के साथ ‘गुलाम’ और शाहरुख खान के साथ ‘कुछ कुछ होता है’ में काम करने का अवसर मिला। दोनो हीं फिल्में सुपरहिट रहीं ‘कुछ कुछ होता है’ के लिए रानी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार भी दिया गया।
1999 से लेकर वर्ष 2002 तक का वर्ष रानी के करियर के लिये बुरा वक्त साबित हुआ। इस दौरान रानी मुखर्जी की ‘हैलो बद्रर’,’बादल’, ‘हर दिल जो प्यार करेगा’, ‘हद कर दी आपने’, ‘बिच्छू’, ‘कहीं प्यार ना हो जाये’, ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’, ‘बस इतना सा ख्वाब है’, ‘प्यार दीवाना होता है’, ‘मुझसे दोस्ती करोगे’ जैसी फिल्में प्रदर्शित हुई लेकिन इन फिल्मों को टिकट खिड़की पर खास सफलता नही मिल सकी।
2002 में प्रदर्शित यश राज बैनर तले बनी फिल्म ‘साथियां’ रानी के करियर की हिट फिल्म साबित हुयी। इस फिल्म में उनकी जोड़ी विवेक ओबेराय के साथ काफी पसंद की गयी। वर्ष 2003 में प्रदर्शित फिल्म ‘चलते चलते’ में रानी को एक बार फिर से शाहरूख के साथ काम करने का अवसर मिला। यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई।
2004 रानी के करियर के लिये महत्पूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी ‘युवा’, ‘हमतुम’ और ‘वीर जारा’ जैसी फिल्में प्रदर्शित हुई। इन सभी फिल्मों में रानी ने अपनी बहुआयामी प्रतिभा का परिचय दिया और अपने निभाये किरदारों के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
2005 में प्रदर्शित फिल्म ‘बंटी और बबली’ रानी के करियर की एक और सुपरहिट साबित हुयी। यश राज बैनर तले बनी इस फिल्म के जरिये रानी और अभिषेक बच्चन की जोड़ी ने दर्शको को अपने कारनामों के जरिये हंसाते हंसाते लोटपोट कर दिया।
2006 में रानी को एक बार फिर से अमिताभ के साथ ‘बाबुल’ में काम करने का अवसर मिला। रवि चोपड़ा निर्देशित यह फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर कोई खास कमाल नही दिखा सकी लेकिन रानी के अभिनय को दर्शकों ने अवश्य पसंद किया। इसी वर्ष रानी की करण जौहर निर्देशित फिल्म ‘कभी अलविदा ना कहना’ प्रदर्शित हुई जो टिकट खिड़की पर हिट साबित हुई।
2007 से 2010 तक का वक्त एक बार फिर से रानी के करियर के लिए बुरा वक्त साबित हुआ। इस दौरान उनकी ‘तारा रम पम’, ‘लागा चुनरी में दाग’, ‘थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक’, ‘सांवरिया’, ‘लक बाई चांस’, ‘दिल बोले हड़िप्पा’ प्रदर्शित हुई लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गईं।
2011 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म ‘नो वन किल्ड जेसिका’ के जरिए रानी ने एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीत लिया। वर्ष 2012 में रानी को एक बार फिर से आमिर के साथ ‘तलाश’ में काम करने का अवसर मिला।
रानी ने बॉलीवुड को कईं हिट फिल्में दी हैं। रानी की प्रोफेशनल लाइफ की तरह उनकी पर्सनल लाइफ पब्लिक के बीच इतनी ओपन नहीं रही है। बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर-प्रोड्यूसर यश चोपड़ा के बड़े बेटे डायरेक्टर ‘आदित्य चोपड़ा’ के साथ उनका लव अफेयर, फिर उनसे गुपचुप शादी सभी के लिए चर्चा का विषय बनी।
खैर, जो भी हो अब रानी अपने हस्बैंड आदित्य के साथ ख़ुशहाल ज़िन्दगी बिता रही हैं। उनकी बेटी आदिरा के जन्म के बाद ये फ़ैमिली और भी ज़्यादा बड़ी और खुशियों से भरी हो गयी है।
9 दिसम्बर को रानी और आदित्य की बेटी ‘आदिरा’ पूरे एक साल की हो गयी है। आदित्य के निर्देशन में बनी फ़िल्म ‘बेफिक्रे’ आज उनकी बेटी आदिरा के बर्थडे वाले दिन रिलीज़ की गयी। और मम्मी रानी ने अपनी प्यारी बिटिया आदिरा को एक ख़त लिख कर अपनी बेटी के बर्थडे को और भी ख़ास बना दिया। साथ ही साथ रानी ने आदिरा की पहली फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर की।
रानी ने बॉलीवुड में अपना डेब्यू फ़िल्म ‘राजा की आएगी बारात’ से किया। इसके बाद उन्होंने ‘बादल’, ‘चोरी-चोरी चुपके-चुपके’, ‘मुझसे दोस्ती करोगी’ जैसी सफ़ल फ़िल्मों में काम किया।

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