अच्छे खेल से अच्छा स्वास्थ्य मिलता है और अच्छे स्वास्थ्य से अच्छे चरित्र का निर्माण होता है, जो स्वस्थ समाज के निर्माण में सहायक है l आजकल कल के दौर में मनोरंजन के साधनों में जिस तरह से बदलाव आये है उससे युवा वर्ग की भारतीय खेलों में रूचि कम हुई हैl जिससे बहुत समाज नकारात्मक बदलाव आये है भारतीय खेलों की तरफ से सरकारों की बेरुखी ने भी इन खेलों को नुकसान पहुँचाया हैl हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है! यह न केवल हमारे शरीर को तंदरुस्त रखते है बल्कि वर्तमान में खेल को अच्छे कैरियर के रूप में भी देखा जाता है l सही प्रशिक्षण के बिना खेल में ऊँचाई पर पहुँच पाना आसान नहीं है खासकर हमारे देश में यह देखा जाता है कि अधिकतर युवा एथलीट हैं। परंतु बहुत कम ही कामयाब हो पाते है इसके पीछे यह तर्क होता है कि तकनीकी प्रशिक्षण का अभाव व आर्थिक स्थिति। इन बातों पर ग़ौर करते हुए इंडिया स्पोर्टस संघ ने खिलाडियों सम्मानित करने का निर्णय लिया है। 2 जून 2013 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 4000 एथलीटों को सम्मानित किया जाएगा। जिसमें 200 ऐसे एथलीट होगें, जिन्होनें अपने खेल के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बी.जे.पी. अध्यक्ष राजनाथ सिंह होंगे। इंडियन स्पोर्टस संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील गुप्ता ने कहा है कि ‘ हमारा उद्देश्य यह है कि मध्य परिवार व निम्न परिवार में जन्में एथलीट को न केवल सम्मानित किया जाये बल्कि उन्हें उचित प्रशिक्षण भी दिया जाये l क्योकि प्रशिक्षण के अभाव में खिलाडी बहुत मेहनत करने के बावजूद अपने उद्देश्य में कामयाब नही हो पाते हैं। इंडिया स्पोर्ट्स संघ देश भर में एथलीटों भारतीय खेलो के प्रति प्रोत्साहित करता है बल्कि उन्हें मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान कर रहा हैl प्रशिक्षण के अलावा संघ को शिक्षा में सम्पूर्ण बनाने के उद्देश्य से उन्हें मुफ्त एडमिशन दिला रहा है बल्कि अंग्रेजी की विशेष-क्लास का भी प्रबंध करता है।
चरित्र निर्माण की बात तो छोड़िये, बाकि फिर भी कुछ विचारणीय हो सकती हैं.चरित्र निर्माण के उदाहरण तो आज श्री संत,चंदीला के रूप में सामने आ ही रहें हैं. रही सही कसर इन नेताओं ने पदार्परण कर पूरी कर दी है. .