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जहां कण-कण में बिखरी है ऋषि वाल्मिकी की स्मृतियां...!! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
तारकेश कुमार ओझा -- सीता ने व्यतीत किया था अज्ञातवास -- लव-कुश का हुआ था जन्म आधुनिकता के उच्चतम शिखर पर जहां आज भी मानव जीवन के चिह्न नदारद हो वहां सदियों पहले मानवीय दिनचर्या की उपस्थिति किसी को भी देवत्व प्रदान करने के लिए पर्याप्त है, क्योंकि अत्यंत दुर्गम…