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जयचंद' करते रहे देश का सौदा - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
''भारतीय नकल में तो पूरे अभ्यस्त हैं-'' यह मुहावरा भारत में बहुत प्रचलित है। प्रश्न है कि यह मुहावरा प्रचलित क्यों हुआ? इसका उत्तर यही है कि हमने अपना संविधान को नकल से बनाया, हमने अपनी शासन व्यवस्था नकली बनायी, अपने आदर्श नकली बनाये, अपने संस्थान नकली बनाये, प्रगति एवं…