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'हमारे साथ तुम्हारा कौन सा करार रखने का इरादा है' / शंकर शरण - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
कश्मीर पर तो सन् 1947 से सैकड़ों किस्म की राय, सलाह और ‘रूपरेखाएं’ दी जाती रही हैं। लॉर्ड माउंटबेटन से लेकर गुलाम नबी फई, और श्रीअरविन्द से लेकर पनुन कश्मीर तक की अनगिनत सलाहें पुस्तकालयों से लेकर मंत्रालयों की फाइलों में उपलब्ध हैं। तब कश्मीर समस्या पर दिलीप पडगाँवकार वाली…