आप के नाम पत्र

3
164

-बीनू भटनागर-
23aap5

प्रिय अरविंद,
मै आप की और ‘आप’ की की समर्थक हूं, पर अंधभक्त नहीं! अरविंद और ‘आप’ की साफ़ नीयत पर मुझे कभी संदेह नहीं हुआ पर कुछ ग़लतियां तो हुई हैं, जिनकी वजह से ‘आप’ को पर्याप्त सीटें नहीं मिली। सिर्फ नीयत साफ़ होने से आप संसद में नहीं आ सकते और संसद में आये बिना आप कुछ कर नहीं सकते। संसद मे आने के लिये जनता का भरोसा जीतना और अपनी बात जनता तक सही तरह से पहुंचाना बहुत ज़रूरी है। राजनीति में ठहराव की भी ज़रूरत है, जल्दबाज़ी और भावुकता मे निर्णय लेना महंगा पड़ सकता है।

सबसे पहले तो दिल्ली मे सरकार बना ही ली थी तो छोडते नहीं, लोकसभा के चुनाव के समय आपकी सरकार गिराई जाती तो जनता आपके साथ रहती।दूसरी बात आपके पास साधन कम थे और अभी अभी राजनीति में आये हैं, तो आपको 50 से ज़्यादा सीटों से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहिये था।तीसरी बात यद्यपि हर पार्टी भ्रष्ट नेताओं से भरी है फिर भी बिना अपने पैर जमाये, बिना समुचित सबूत के, सबको भ्रष्ट नहीं कहना था इससे आपकी विश्वसनीयता पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। चौथी बात आपको बनारस से चुनाव नहीं लड़ना चाहिये था, वह शक्ति और पैसा दूसरे उम्मीदवारों पर खर्च करना चाहिये था। अंतिम बात कि मीडिया चाहे जैसा हो उससे लड़ाई मोल लेना आपके लिये भारी पड़ा है। आपकी बात वही जनता तक पहुंचाते हैं। आप का और ‘आप’ का पूरे मीडिया ने निषेध करके जनता की निगाहों से दूर रखा और यहां जो दिखता है, वही बिकता है।हम आप जैसे ईमानदार नेता और ‘आप’ जैसी पार्टी को विलुप्त होते हुए नहीं देखना चाहते, इसके लिये बिना अपनी ईमानदारी और सिद्धांतों से समझौता किये आपको दुनियादारी सीखनी होगी, आदर्शवादी बने रहकर भी आप ये कर सकते हैं। आपको हमारी उम्मीदों पर खरा उतरना है। शुभकामना सहित।

3 COMMENTS

  1. Arvind Kejariwal cannot be trusted anymore. He has betrayed everybody including Annajee for greed for power to be Prime minister of Hindusthan over night. He has no patience and no respect for constitution and every one is corrupt according to him accept himself and his yes men.
    He betrayed the public and wasted time, money and resources which could habeen utilised in better ways.
    Further to this he is manner less and good for nothing . He is an American agent and he is anti Hindusthan so he has no place in public life. He is shamless and he has destroyed himself and his party.
    KATH KEE HANDIA EK BAR HE CHADHATI HAI.

  2. मैं लेखिका से सहमत हूँ, सुधार की आवश्यकता है !

  3. मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है … वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है ….! अमेरिकी एवं यूरोपीय सहयोग से आआपा का जन्म मोदी को रोकने के लिए हुआ था. लेकिन प्रतिकूलता अनुकूलता में बदल गई. धन्यवाद केजरीवाल. २०१९ के लिए शुभकामनाए. लेकिन उसके पहले खुद को सिद्ध करो. विरोध और धरने से उपर उठो. कुछ सकरात्मक कर के दिखाओ. फिर सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here