pravakta.com
हर युग में महाभारत - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
महाभारत के समय भी दो वर्ग थे -- एक निपट भौतिकवादी, जो शरीर के अतिरिक्त कुछ भी स्वीकार नहीं करता था और जिसकी दृष्टि मात्र भोग पर थी। आत्मा के होने, न होने से कोई मतलब न था। जिन्दगी का अर्थ था भोग और लूट, खसोट। उसी वर्ग के खिलाफ…