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मैया मोरी! गांव सहा न जायौ!! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
लेओ जी ! फिर मुझ दुखियार के काने कौवे की आंख से बिटुआ का काॅल आई गवा! सच कहूं जब -जब बिटुआ का गांव से फोनवा आता है, अपना तो ये फटा कलेजा सुनने से पहले ही मुंह को आ जाता है। हे भगवान तुमने मुझे मां क्यों बनाया। अपना…