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मुझको अब सहना आता है.......... - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मुझको अब सहना आता है इतनी पीड़ा सहने पर अब, ईश्ववर भी याद नहीं आता, जितनी पीड़ा देनी है दे दे वो, मुझको अब सहना आता है। पीड़ा आज गई घर अपने, फिर आऊंगी वादा करके। हर आहट पर लगता है कहीं पीड़ा वापिस आने का संकेत तो नहीं …………..…