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फकीर राजाओं का भी राजा हो जाता है - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
रामस्वरूप रावतसरे एक रात्रि को आकाश में घनघोर बादल छाये हुए थे, रूक रूक कर बिजली कडक रही थी । एक वृद्ध खिडकी के पास खडे हो कर अपने विगत जीवन के बारे में विचार रहे थे कि बाल्यावस्था ,स्कूल मित्रों के साथ खेलना कूदना ,वह भोलापन ,बचपन की अल्हडताएं…