जबलपुर, दिनांक 18 जनवरी 2011. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए हिंदू समाज को विभिन्न जाति, पंथ, भाषा, बिरादरी के नाम पर बांटने वाले राजनैतिक नेता और उनके दलों का प्रयास असफल करते हुए मां नर्मदा सामाजिक कुंभ के माध्यम से सारा हिंदू समाज फिर से एक ताकतवर समाज के नाते खडा होगा ऐसा विश्वास विश्व हिंदू परिषद के आंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक सिंघल ने यहां सोमवार को व्यक्त किया।
श्री सिंघल यहां रानीताल स्टेडियम पर मां नर्मदा सामाजिक कुंभ के लिए एकत्रित की अन्न सामग्री ले जाने वाले ट्रकों की रॅली को भगवा ध्वज दिखा कर समारंभपूर्वक विदा करने हेतु आयोजित भव्य कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महाकौशल प्रांत द्वारा यह संग्रह किया गया था। 1 जनवरी से 15 जनवरी तक हुए इस संपर्क तथा अनाज संग्रह कार्यक्रम में संघ के 8600 स्वयंसेवको ने जबलपूर महानगर के लगभग दो लाख् परिवारो से संपर्क स्थापित किया और हर परिवार से एक किलो चावल, आधा किलो दाल और एक रुपया कुंभ के लिए संग्रह किया था।
इसी प्रकार संपूर्ण महाकोशल क्षेत्र से छ: लाख परिवारो से संपर्क प्रस्थापित कर कुंभ के लिए अन्न सामग्री तथा धन संग्रह किया गया। यह एकत्रित साहित्य जबलपूर के रानीताल स्टेडियम में लाकर ट्रकों मे भ्रा गया और ऐसे 40 ट्रकों को श्री सिंघल के प्रमुख उपस्थिति में भगवा ण्वज दिखा कर मंडला के लिए रवाना किया गया। कुंभ में देश के विभिन्न प्रांतो से आने वाले श्रध्दालुओं को नि:शुल्क भोजन कराने हेतु यह सामग्री एकत्रित की गई।
इस कार्यक्रम में स्वामी श्यामदास महाराज, कुंभ प्रमुख आयोजक श्री अखिलेश्वरानंदजी महाराज, श्री मुकुंददास महाराज, महाकोशल प्रांत प्रचारक श्री राजकुमार मटाले, विभाग संघचालक डा कैलाश गुप्ता, महानगर संघचालक एवं अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री प्रशांत सिंह, प्रांत सहकार्यवाह श्री सुनील देव, डॉ जितेन्द्र जामदार, सांसद श्री राकेश सिंह, आदी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में श्री सिंघल ने कहा की देश को इसाई बनाने का षडयंत्र रचाया जा रहा है और इसका माध्यम है धर्मान्तरण का कुचक्र। इसका जब संघ ने विरोध किया और हिंदू समाज को इस खतरे के बारे मे बताने का प्रयास किया तब से संघ के खिलाफ सरकार ने दुष्प्रचार प्रारंभ किया है। अब संपूर्ण समाज को इस खतरे से अवगत कराने हेतु मां नर्मदा सामाजिक कुंभ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
श्री सिंघल ने कहा कि हिंदुत्व का जागरण औरी सामाजिक समरसता के अभियान से धर्मान्तरण की समस्या का तो हल होगा ही साथ में इस देश को तोडने की इच्छा रखनेवाले नेताओं के मनसुबे भी परास्त होंगे। उन्होने कहा कि इसाई मिशनरीयों के पास हर साल 4000 करोड की राशि आ रही है जिसका उपयोग भोले-भाले वनवासी तथा गिरीवासी बंधुओं का धर्मान्तरण करने में होता है। देश में धर्मान्तरण की गति बढ रही है और यह भविष्य की दृष्टि से एक भ्यानक खतरा पैदा कर सकती है। अत: नर्मदा कुंभ जैसे सामाजिक समरसता का और एकात्मता का भाव दृढ करने वाले कार्यक्रमों की आवष्यकता पर श्री सिंघल ने जोर दिया।
विष्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि इस कुंभ में देष भर से 500 से अधिक बिरादरी के मुखिया और प्रतिनिधि सहभागी होंगे जो इस बात की सौगंध लेंगे की वे धर्मांतरण के विदेशी मंनसूबों को सफल नही होने देंगे।
जबलपूर से रवाना यह ट्रको का काफिला जब मंडला पहुंचा तब इसका जोषिला स्वागत किया गया। पूर्व सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते, मंडला जिला परिषद की अध्यक्षा श्रीमती संपातिया उईकें, कुभ आयोजन समिति के सचिव श्री राजेंद्र प्रसादजी, और अन्य लोगोंने अन्नपूर्णा रथ का स्वागत किया। बाद में यह काफिला मंडला के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए गोदामों तक पहुंचे। मार्ग में बिझिया, कटरा, बस स्टैंड, बडा चौराहा आदी स्थानों पर अन्नपूर्ण रथ का जोर-शोर से स्वागत किया गया। महाकोशल के अन्य जिलों से भी इसी प्रकार से अन्न् सामग्री एकत्रित कर समारोहपूर्वक ट्रकों में लाद कर मंडला भेजी जा रही है।
हर हर नर्मदे.