नक्सलवाद का दुःस्वप्न / विवेकानंद उपाध्याय - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले का एक गांव है नक्सलबाड़ी, जहाँ 25 मई 1967 को चारू मजूमदार और कानू सान्याल के नेतृत्व में एक सशस्त्र आंदोलन शुरू हुआ जिसके बारे में हिंदी कवि धूमिल ने कहा था कि भूख से तनी हुई मुट्ठी का नाम नक्सलबाड़ी है। लेकिन नक्सलवादी गतिविधियों…