फिल्मकार इम्तियाज अली का कहना है कि उन्हें हैरानी है कि कोई भी उनकी फिल्मों को फिल्मोत्सव में आमंत्रित क्यों नहीं करता। उन्होंने कहा है कि वह ऐसे फिल्मोत्सवों के प्रति केवल नई जगह देखने के लालच में आकर्षित होते हैं। इम्तियाज ने हाल में पांच मिनट की लघु फिल्म ‘इंडिया टुमोरो’ बनाई है। यह एक दमदार संदेश लिए हुए है।
क्या आप अपनी इस लघु फिल्म को फिल्मोत्सव में दिखाने के इच्छुक हैं? इसके जवाब में इम्तियाज ने कहा, ‘‘ऐसी योजना है, लेकिन मुझे फिल्मोत्सवों की ज्यादा जानकारी नहीं है…अगर यह वहां(फिल्मोत्सव) जाएगी, तो मुझे वहां जाने का और एक नया देश देखने का मौका मिल जाएगा। फिल्मोत्सव मुझे बस इसलिए आकर्षित करते हैं।’’
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वह निर्देशक अनुराग कश्यप से कहते रहते हैं कि ‘आप तो फिल्मोत्सव में जाते रहते हैं, कभी मुझे भी अपने साथ ले जाइए। मुझे एक नए देश को जानने का मौका मिलेगा।’ इम्तियाज ने कहा, ‘‘मेरी फिल्मों को कोई फिल्मोत्सव में आमंत्रित ही नहीं करता, तो मैं क्या करूं।’’