रामविलास ने लालू की दोस्ती को आरएसएस के हाथों गिरवी रखाः राजद
पटना,। रामविलास पासवान द्वारा दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस में समाजवादियों के बारे में जो शब्द इस्तेमाल किया है वह निंदनीय है। उनके द्वारा कही गयी बातों की जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। रामविलास पासवान ने लालू यादव से दोस्ती को आरएसएस के हाथों में गिरवी रख दिया है।उक्त बातें राजद के प्रदेश महासचिव ई. अशोक यादव एवं महासचिव भाई सनोज यादव ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी करकही। राजद नेताओं ने कहा कि रामविलास पासवान लोकसभा चुनाव हार गए थे तो लालू यादव ने उनको राज्य सभा भेजकर पूरे दलित समाज को सम्मान देने का काम किया। राजद सुप्रीमो ने एक दोस्त का कर्तव्य निभाया परंतु रामविलास पासवान इस दोस्ती को आरएसएस के हाथों गिरवी रख दिया।राजद नेता ने कहा कि रामविलास पासवान को बीजेपी में वह सम्मान नहीं मिल रहा है जो लालू जी के साथ रहने पर मिलता था। इसी कारण श्री पासवान चिरचिरा कर जनता दल परिवार पर कुछ भी बोल देते हैं, उनको भाषा का चयन करने में परेशानी हो रही है और उटपटांग बयान देेकर अपने आप को अपरिपक्व नेता के श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है।नेताओं ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा इनको आईना दिखा देगी। श्री पासवान अपने आप को भाजपा के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके हैं, तभी वे भाजपा के किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री मानने को तैयार हो गये हैं। कभी ताला बंद कर चाभी लेकर घूमने वाले रामविलास जी आज आपका वह अल्पसंख्यक का प्यार कहां गया जब आप समाजिक न्याय की सरकार को बनने नहीं दिया और चाभी लेकर फरार हो गये। रामविलास पासवान का ऐसा हश्र होगा यह देखकर राजद परिवार बहुत ही दुखी है क्योंकि रामविलास पासवान भी कभी समाजवादी हुआ करते थे और आज वे हो गए हैं