केन्द्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी नेता राम विशाल पासवान ने कहा कि पांच साल साथ रहने के बाद भी उनका दिल कभी राजद अध्यक्ष लालू यादव से नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि मैं और लालू यादव साथ रहे, पर दोनों के दिल नहीं मिले। 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव को छोड दिया जाए तो वह कभी भी लालू के साथ गठबंधन के पक्ष मेंं नहीं थे। उन्होंने कहा कि 2009 में लोकसभा चुनाव कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कारण ही मैं संप्रग का भाग बना और लालू यादव के साथ मिलकर चुनाव लडा।
जानकारी हो कि 2014 लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में देरी के कारण पासवान ने लालू से गठबंधन तोड राजग से हाथ मिला लिया था। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है लोजपा नेता ने लालू पर हमला तेज कर दिया है। पासवान ने कहा कि लालू यादव वह नेता है जिनका एक हाथ पैर पर तो दूसरा हाथ गर्दन पर होता है। वह कभी भी किसी को धोखा दे सकते हैं। संप्रग एक की सरकार में भी दोनों नेताओं के बीच रेल मंत्रालय को लेकर काफी तल्ख रिश्ता था।
बिहार में लालू और नीतीश के गठबंधन पर भी पासवान ने कहा कि जब उनका दिल ही नहीं मिला है तो गठबंधन कैसे कामयाब होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री को लेकर भी कोई लडाई नहीं है। राजग के गठबंधन की सरकार बिहार में बनेगी और भाजपा का ही मुख्यमंत्री होगा।