केरल तट पर संदिग्द्ध रूप से 12 चालक दल के सदस्यों के साथ पकड़ी गयी विदेशी नाव के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) से कराने की मांग की गयी है I केरल सरकार ने गृह मंत्री रमेश चेन्निथला ने केंद्र सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि मामले को एनआईए को सौपा जायेI
घटना पर प्रकाश डालते हुए श्री चेन्निथला ने विधानसभा में कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार चाहती है कि इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौपी जाय क्योकि यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी अहम हो सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इसकी जांच केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के एक संयुक्त जांच समिति कर रही है। प्रारंभिक जांच में 12 चालक दल में सात ईरान से और पांच लोग बलूचिस्तान के पाये गए है।
राज्य के गृहमंत्री चेन्निथला ने कहा कि तटीय सुरक्षा कर्मियों को कोई ऐसा संकेत नही मिला कि ये सभी मछली पकड़ने में लगे हुए थे । यही वजह रही कि सुरक्षा कर्मियों ने राज्य में समुद्र के माध्यम से आतंकवादी खतरे की संभावना के मद्देनजर गंभीरता से लेते हुए उन्हें पकड़ा। इसके अलावा चालक दल से किसी प्रकार की कोई मछली पकड़ने का उपकरण नहीं पाया गया, बल्कि उनके पास से एक उपग्रह दूरसंचार सेट, टेबलेट कंप्यूटर और एक पाकिस्तान आईडी कार्ड बरामद हुआ है। इसका साफ़ संकेत है कि वे मछली पकड़ने के उद्देश्य से नहीं आये थे। चालक दल के खिलाफ समुद्री जोन अधिनियम, समुद्री अधिनियम की सुरक्षा के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि के दमन की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
जानकारी हो कि अलाप्पुझा के तट पर तटरक्षक और केरल पुलिस ने गत 5 जून को यह संदिग्द्ध नाव पकड़ी थी I बाद में स्थानीय अदालत ने द्वारा चालक दल को 17 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।