केन्द्र की सत्ता में आने के एक साल के अदंर ही भाजपा विपक्षियों के निशाने पर आ गई है। अभी तक जो आरोप भाजपा विपक्षी दलों पर लगा रहा था, अब वह उस पर लग रहें हैं । मामला चाहे भाजपा शासित प्रदेशों में घोटालों का हो या केन्द्रीय मंत्रियों का इन सबको मीडिया में खूब उछाला जा रहा है जिससे पार्टी बैकफूट है । मीडिया में इस प्रकार के खबरों से निपटने के लिए अध्यक्ष अमित शाह ने एक विशेष सेल का निर्माण किया है ।
व्यापम घोटला,ललित मोदी विवाद,केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी का फर्जी डिग्री विवाद हो या फिर महराष्ट्र में पंकजा मुंडे का मामला इन सब पर सरकार और पार्टी की बहुत किरकिरी हो रही है। भाजपा इसको मीडिया में पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार मानती है। इस दुष्प्राचर का जबाव देने के लिए अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व पत्रकार और राज्यसभा संसाद एम. जे. अकबर के नेतृत्व में मीडिया मैनेजरों की टीम बनाई है। इस टीम का काम भाजपा के खिलाफ चल रहे दुष्प्रचार की खबरों को रोकना है।
इस सेल में अकबर के अतिरिक्त चार और सदस्य शामिल है। इस सेल के संचालन का काम सचिव श्रीकांत शर्मा के हाथों में होगा। पार्टी प्रवक्ता सिद्वार्थ नाथ सिंह,अनिल बलूनी तथा सुदेश वर्मा इसके सदस्य होंगे। इस नई टीम को काम मीडिया के समक्ष किसी विषय पर पार्टी का पक्ष रखना होगा।