रोहतक मण्डल के पंचगण शपथ ग्रहण समारोह में बोले विकास एवं पंचायत मंत्री
 ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ने दिलाई नवनिर्वाचित पंचों को शपथ
झज्जर/हरियाणा के कृषि, ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों ने इस बार गांव को जोडऩे का काम किया है। हरियाणा के स्वर्णजयंती वर्ष में इन चुनावों से महिला सशक्तिकरण व सामाजिक समरसता के लिए स्वर्णिम दौर आरंभ हुआ है। यह विचार उन्होंने आज झज्जर के राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में रोहतक मण्डल का पंचगण शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में व्यक्त किए। शपथग्रहण कार्यक्रम में रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत व करनाल जिलों में पंचायतों के नवनिर्वाचित पंच गण ने अपने पद की शपथ ली।
अपनी जिद कायम रखना, जिद से गांव

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बदल जाएंगे

कृषि मंत्री ने कार्यक्रम में पहुंचे पंचगण को बधाई देते हुए कहा कि आपने जो सपने देखे है, उन्हें छोड़े नहीं। मैं आपको आश्वस्त करता हू कि सपनों को पूरा करने के लिए पीछे पडऩा पड़ता है। तुम अपनी जिद कायम रखना क्योंकि तुम्हारी जिद से गांव बदल जाएंगे। यह अवसर बड़े प्रयासों के उपरांत आया है। हरियाणा सरकार ने पहले विधानसभा में बड़ी बहस के बाद पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधयों की योग्यताएं निर्धारित की। हरियाणा के हित के लिए सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक आपका पक्ष रखा। प्रतिनिधियों की योग्यता निर्धारण के फैसले को हर स्तर पर सही पाया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा में इस बार 64 प्रतिशत पंच निर्विरोध चुने गए। चुनाव ने गांव को जोड़कर एक कर दिया, यह एक बड़ी उपलब्धि रही है।
ऐसे बढ़ी सामाजिक समरसता
श्री धनखड़ ने चुनाव के एक अन्य महत्वपूर्ण पहलु का जिक्र करते हुए बताया कि चुनाव में अनुसूचित जातियों के लिए 20 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान था लेकिन आज जिला परिषद में 23 प्रतिशत, पंचायत समिति में 27 प्रतिशत, सरपंच के लिए 24 प्रतिशत तथा पंच पद के लिए 25 अनुसूचित जाति के प्रतिनिधि चुने गए है। इसी प्रकार पिछड़ा वर्ग के लिए निर्धारित 5 प्रतिशत आरक्षण से बढ़कर जिला परिषद में 18 प्रतिशत, पंचायत समिति में 26 प्रतिशत तथा पंच पद के लिए निर्धारित दस प्रतिशत से बढ़कर 31 प्रतिशत प्रतिनिधि चुने गए है। यह आंकड़ा हरियाणा में सामाजिक परिवर्तन का संकेत है यानि हम कह सकते है कि यह चुनाव सामाजिक समरसता लाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए।
प्रधानमंत्री को दिया हरियाणावासियों ने जनसमर्थन
महिलाओं के मामले में तो यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का हरियाणावासियों की ओर से समर्थन साबित हुए है। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण रखा गया था लेकिन आज जिला परिषद में 43 प्रतिशत, पंचायत समिति में 42 प्रतिशत, सरपंच पद पर 41 प्रतिशत तथा पंच के पद पर 31 प्रतिशत महिलाएं चुनी गई है। जिसे एक बड़ा बदलाव कहा जा सकता है। उन्होंने मंच से पहली बार चुनाव जीतने वाले पंचगण से हाथ उठाने का अनुरोध किया तो बड़ी संख्या में पंचों ने हाथ उठाए तो नवनेतृत्व की संज्ञा देते हुए बताया कि वे स्वयं, मुख्य संसदीय सचिव स.बख्शीश सिंह विर्क तथा विधायक नरेश कौशिक भी पहली बार जीते है। इस बात पर पंचगण की ओर से भरपूर तालियां बजी।
गर्व से कहो हरियाणा की हर पंचायत शिक्षित
धनखड़ ने कहा कि हरियाणा के नवनिर्वाचित पंचगण की औसत आयु 34 वर्ष है। एक जमाने में हम यह कहा करते थे कि हरियाणा के हर गांव में बिजली-सड़क है लेकिन आज इस बात पर भी हम गर्व कर सकते है कि हरियाणा की हर पंचायत शिक्षित है। इस फैसले की चर्चाएं आज दूर-दूर तक है। उन्होंने शपथ से पहले पंचगण को उनका कर्तव्य याद दिलाते हुए कहा कि आप स्वयं तथा अपने वार्ड में हर व्यक्ति को 12 व 330 रुपए वाली प्रधानमंत्री बीमा योजनाओं  से जोड़े, पशुधन का बीमा कराए और अगले खरीफ सीजन से प्रधानमंत्री नरेंद्र की पहल पर शुरू फसल बीमा योजना के तहत भी अपने गांव के सभी किसानों को जोड़कर जोखिम मुक्त गांव बनाए। गांव में हर व्यक्ति को एक-एक पेड़ लगाने के प्रति प्रेरित करें। जिसे 2.5 करोड़ हरियाणा की आबादी पर्यावरण के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकेगी।
सर्वसम्मति से चुनी पंचायतों को मिलेगा विकास के लिए प्रोत्साहन
मुख्य संसदीय सचिव स. बख्शीश सिंह विर्क ने झज्जर को वीरों और शहीदों की भूमि बताते हुए पंजाबी लहजे में अपना संबोधन रखा। रोहतक मण्डल के तहत आने वाले सभी जिलों से आए पंचगण से रूबरू होते हुए उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि इस बार 43 प्रतिशत महिलाएं चुनी गई है। इन महिला प्रतिनिधियों से हरियाणा सरकार को बड़ी उम्मींद है कि यह ग्रामीण विकास की गति को तेज करेंगी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने समान विकास का जो नारा दिया था। आज हरियाणा की सरकार उस पर अटल है। एचआरडीएफ-डी प्लान के तहत आने वाले फण्ड की निगरानी यह पंचगण करेंगे। सर्वसम्मति से चुनी गए पंच व पंचायतों को विकास के लिए हरियाणा सरकार 50 हजार से लेकर 11 लाख रुपए तक की वित्तीय मदद देगी।
सबका साथ-सबका विकास के साथ आगे बढऩा
बहादुरगढ़ के विधायक नरेश कौशिक ने नवनिर्वाचित पंचगण को बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के प्रयासों से पंचायती राज संस्थाओं के पढ़े-लिखे प्रतिनिधि चुने गए है। हमारी सोच गांव के विकास को समर्पित होनी चाहिए। सबका साथ-सबका विकास की भावना के साथ आज हरियाणा में ईमानदार सरकार है। आपसी भाईचारा बनाए रखते हुए हम सबको ग्राम का विकास करना है।
गौरवशाली परंपरा में पंचों को मिला परमेश्वर का दर्जा
उपायुक्त अनिता यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिगण व पंचों का स्वागत करते हुए कहा कि पंचायतों की गौरवशाली परंपरा रही है। जिससे पंचों को परमेश्वर का दर्जा मिला है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की आत्मा गांवों में बसती है और पंचायती राज संस्थाओं के मामले में हरियाणा सरकार ने ऐतिहासिक पहल की है। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने दीप प्रज्ज्वलित करते हुए की। मण्डल स्तरीय पंचगण शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने वाले सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी जिला प्रशासन की ओर से भेंट किए गए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त नरेश नरवाल, एसडीएम झज्जर पंकज सेतिया, एसडीएम बहादुरगढ़ प्रदीप कौशिक, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल कुमार, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी नीरज कुमार, विकास एवं पंचायत विभाग के उपनिदेशक आरके मेहता, नोडल अधिकारी अनिल भारद्वाज के अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश शास्त्री, पूर्व मंत्री कांता देवी, पूर्व विधायक दरियाव सिंह राजौरा, भाजपा नेता विक्रम सिंह कादियान सहित बड़ी संख्या में अधिकारीगण व गणमान्य लोग कार्यक्रम का हिस्सा बने।
अंगूठा टेक नहीं अब अंगुली उठाने वाले प्रतिनिधि
हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने मंच के माध्यम से   नवनिर्वाचित पंचगण को शिक्षित, स्वच्छ व एजेंडा युक्त बताते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री की तरह इन प्रतिनिधियों का एजेंडा भी विकास है। अब पंचायतें अंगूठा टेक नहीं अंगुली उठाने वाली है। बीडीपीओ, पंचायती राज विभाग के एक्सईएन, एसडीओ, जेई व ग्राम सचिव अब यह प्रतिनिधि अब आपसे हर सवाल पूछेंगे। ऐसे में आप सभी विकास कार्यों के लिए तैयार रहे।
पंचगण को बताया निर्माण का प्रहरी
कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री ने उपस्थित पंचगण को निर्माण का प्रहरी बताते हुए स्वयं रचित गीत गाकर सुनाया। साथ-साथ गीत गाने के लिए कृषि मंत्री की अपील पर बड़ी संख्या में उपस्थित पंचों ने अपने स्वर दिए। गीते के बोल इस तरह रहे कि निर्माण के प्रहरियों -ये दौर निकल न जाये, उससे भी पहले उठकर, आदर्श ग्राम कर लो। गांव का भरोसा – विकास की आस तुम हो। वर्षों से खोया जनका-गौरव, विश्वास तुम हो। सालो से छली ये जनता-फिर आस खो न जाये, उससे भी पहले उठकर-कर्तव्य बोध कर लो। गंदगी को भगाओ, स्वच्छता बुला रही है, मुस्का रही अब बेटी, नव प्रगति आ रही है। कही हाथ से ये स्वर्णिम -बेला निकल न जाये, उससे भी पहले उठकर -कर्तव्य बोध कर लो। दायित्व है तुम्हारा जन-जन को प्यार देना, हरियाणा की इस भू को-नूतन श्रृंगार देना। शक्ति की सुगंध में-मन होश खो न जाये, उससे भी पहले उठकर कर्तव्य बोध कर लो। जीवन के हर एक क्षण को-कर्मो का व्याकरण दो। उन्नति के हर चरण को-शुचिता का आचरण दो। कही जनआस की ये वेला-यो ही निकल न जाये, उस से भी पहले उठकर-कर्तव्य बोध कर लो। निर्माण के प्रहरियों-ये दौर निकल न जाये, उससे भी पहले उठकर-आदर्श ग्राम कर लो।

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