रेलवे को करीब 40,000 करोड़ रुपये का घाटा : कैग
नई दिल्ली,। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे को पिछले 5 साल से यात्री सेवाओं की परिचालन लागत पूरा नहीं कर पाने की वजह से करीब 11,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है । वहीं मालढुलाई (लौह अयस्क) की बुकिंग में नियमों का अनुपालन नहीं करने की वजह से करीब 29,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है ।रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे यात्री सेवाओं की परिचालन लागत को पूरा करने में विफल रही है । सार्वजनिक क्षेत्र के इस उपक्रम ने एसी-3 को छोड़कर सभी यात्री श्रेणियों की सेवाओं में नुकसान उठाया है । यात्री सेवाओं की परिचालन लागत से होने वाला घाटा वर्ष 2008-09 में 15,268.41 करोड़ रुपये था जो 2012-13 में 26,025.46 करोड़ रुपये हो गया।मालढुलाई पर ध्यान नहीं देने से करीब 29,000 करोड़ रुपये का घाटा कैग ने रेलवे पर जानबूझकर करीब 29, 000 करोड़ रुपये नुकसान उठाने का आरोप लगाया है । रिपोर्ट के मुताबिक, लौह अयस्क के परिवहन के लिए अपनी दोहरी माल भाड़ा पॉलिसी (डीएफपी) में सख्ती से संतुलन स्थापित न करने से मई, 2008 से सितंबर, 2013 के दौरान रेलवे को करीब 29,236.77 करोड़ रुपये की मालढुलाई आमदनी का नुकसान हुआ ।