स्वेदश निर्मित आकाश मिसाइल को आज भारतीय वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल कर लिया गया । रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और भेल के चैयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर एस के शर्मा ने औपचारिक रूप से आयोजित एक समारोह में आकाश मिसाइल की चाभी वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा को सौप दी ।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(डीआरडीओ)-भारत इलेक्ट्रिकल लिमिटेड और निजी क्षेत्र के सहयोग से मिलकर तैयार स्वदेशी मिसाइल आकाश मिलने के बाद भारतीय वायुसेना की ताक़त में और बढ़ोत्तरी हुई है । आकाश मिसाइल जमीन से आकाश में मार करने वाली मिसाइल है । यह एक बार में आठ लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम है। इसकी गति आवाज से तीन गुनी अधिक है, जो लगभग 100 किलोमीटर की दूरी से लक्ष्य पर नजर रख सकती है और 25 किलोमीटर की दूरी पर उसे भेद सकती है। इसमें 92 प्रतिशत स्वदेशी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। इसे किसी भी मार्ग से कहीं भी लाया ले जाया जा सकता है।