भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र हरियाणा की बड़खल झील को भरने में मदद को तैयार
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र हरियाणा की बड़खल झील को भरने में मदद को तैयार

रेडियो-आइसोटोप प्रौद्योगिकी के जरिए देश में दस सूखे झरनों को भरने में मदद कर चुका भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र :बार्क: अब हरियाणा की मशहूर बड़खल झील को भरने के लिए भी मदद करने को तैयार है ।

बार्क के रेडियो-केमिस्ट्री एवं आइसोटोप समूह के निदेशक डॉ. बीएस तोमर ने यहां परमाणु उर्जा विभाग :डीएई: और एनयूजेआई स्कूल ऑफ जर्नलिज्म द्वारा संयुक्त रूप से बार्क में आयोजित ‘परमाणु उर्जा: जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि’ विषय पर आयोजित कार्यशाला के दौरान एक विशेष बातचीत में कहा कि भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र रेडियो आइसोटोप प्रौद्योगिकी के जरिए देश में सूख चुके दस झरनों को भरने में सहायता कर चुका है और वह हरियाणा के फरीदाबाद स्थित बड़खल झील को भरने के लिए भी मदद को तैयार है ।

उन्होंने कहा कि रेडियो-आइसोटोप प्रौद्योगिकी के तहत ‘रेडियो ट्रेसर’ के जरिए सूखे झरनों और झीलों के बारे में यह पता लगाया जा सकता है कि इनमें पानी कहां से आता था और कहां चला जाता है ।

तोमर ने कहा कि बार्क इस प्रौद्योगिकी के जरिए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 10 सूखे झरनों को भरने में मदद कर चुका है ।

उन्हें बताया गया कि हरियाणा के फरीदाबाद स्थित प्रसिद्ध बड़खल झील पूरी तरह सूख चुकी है और राज्य सरकार करोड़ों रपये खर्च करने के बावजूद इसे भरने में सफल नहीं हो पाई है ।

( Source – PTI )

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