एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पराशर कुलकर्णी राष्ट्रमडंल लघु कहानी पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उनकी यह रचना तकरीबन 4,000 प्रविष्टियों में से चुनी गई है जिसके लिए उन्हें पांच हजार पाउंड का यह पुरस्कार दिया गया है।
उन्होंने पहली बार यह लघु कहानी लिखी थी।
सिंगापुर के येल एनयूएस कॉलेज में सामाजिक विज्ञान के प्रोफेसर को मैन बुकर पुरस्कार से सम्मानित और लघु कहानी के पूर्व निर्णायक मारलोन जेम्स ने पांच जून को जेमेका में कलबश साहित्य उत्सव में पुरस्कार से सम्मानित किया।
पुरस्कृत कहानी ‘‘ काउ एंड कंपनी’ है जो 1990 के दशक के चार ऐसे व्यक्तियों की कहानी है जो च्यूइंगम के एक विज्ञापन में गाय दिखाने के लिए उसकी तलाश में निकले थे।
कुलकर्णी ने एक बयान में कहा, ‘‘ मैं राष्ट्रमंडल लघु कहानी पुरस्कार पाकर बहुत खुश हूं जो भागीदारी के लिए एक सम्मिलित, सुलभ और अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करता है जो खासतौर पर नए लेखकों के लिए मददगार है।’’ इस साल पुरस्कार के लिए 47 देशों से करीब 4,000 प्रविष्टियां आई थीं। यह पुरस्कार राष्ट्रमंडल देश के एक लेखक को उसकी अंग्रेजी में अप्रकाशित लघु गल्प के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार पांच वषरें से दिया जा रहा है।