भारत ने गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तान का पांचवां प्रांत बनाने की खबरों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय ने पाक को इस कोशिश को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। इस स्थिति को बदलने की कोई भी कोशिश भारत को मंजूर नहीं होगा।
दरअसल पाकिस्तान के एक मंत्री ने मीडिया से कहा था कि गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवां प्रांत बनाने की तैयारी चल रही है। विदेशी मामलों पर पाकिस्तानी सरकार के सलाहकार सरताज अजीज की अगुवाई में एक कमिटी ने इसकी सिफारिश की है। अजमेर के बम विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद के बरी होने पर पाकिस्तान के विरोध को भी भारत ने खारिज कर दिया है।

हाल में इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त के सामने पाक के अधिकारियों ने अपनी चिंता सामने रखी थी। वहीं दूसरी ओर आतंकवाद के मसले पर भी भारत ने पाक को जमकर फटकार लगायी है । आतंकवाद के मसले पर एक सम्मेलन में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुंबई में 26-11 का हमला पाक में बैठे आतंकियों ने किया था और संयुक्त राष्ट्र को आतंक को संरक्षण देने वाले देशों पर कार्रवाई करनी चाहिए ।

इसी सम्मेलन में प्रसार भारती चेयरमैन ए सूर्यप्रकाश ने कहा कि पश्चिमी देशों को आतंकवाद के मसले पर अंतर नहीं करना चाहिए । गुरुवार को भी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत ने आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को जोरदार फटकार लगाते हुए कहा था कि पाकिस्तान ना सिर्फ दुनिया की आतंक की फैक्ट्री बन गया है, बल्कि यह देश अपने अल्पसंख्यकों पर भी जुल्म ढा रहा है, और अपने देश की आबादी के एक हिस्से को अलग-थलग करके रखा है।

भारत के मुताबिक तमाम वादों के बावजूद आतंकी संगठनों पर कार्रवाई न कर सच से मुंह चुरा रहा है पाकिस्तान । भारत ने मांग किया है कि पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर में अपनी आतंकी गतिविधियों पर जल्द से जल्द रोक लगानी चाहिए। पाकिस्तान तमाम अंतराष्ट्रीय दबावों के बाद भी आतंकियों पर केवल दिखावे की कार्रवाई कर रहा है और यही वजह है कि अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजित देश घोषित करने की मांग की है। सांसद ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को पुन: परिभाषित करने की मांग करते हुए कांग्रेस में एक विधेयक पेश किया है । देखना है कि पाक इस पर भी चेतता है या नहीं ।

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