राजनीतिक प्रचार में सेना के इस्तेमाल का समर्थन नहीं कर सकता: राहुल
राजनीतिक प्रचार में सेना के इस्तेमाल का समर्थन नहीं कर सकता: राहुल

सर्जिकल हमलों पर अपनी ‘दलाली’ संबंधी टिप्पणी पर आलोचनाओं का सामना कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि वह ‘‘सुस्पष्ट’’ रूप से सैन्य कार्रवाई का समर्थन करते हैं लेकिन भाजपा के चुनावी पोस्टरों और प्रचार में सेना के इस्तेमाल के खिलाफ हैं।

राहुल ने अपने ट्विटों की श्रंखला में कहा, ‘‘मैं सर्जिकल हमलों का पूरी तरह समर्थन करता हूं और मैं ने यह बात सुस्पष्ट रूप से कही है, लेकिन मैं देश भर में राजनीतिक पोस्टरों और प्रोपेगेंडा में भारतीय सेना के इस्तेमाल का समर्थन नहीं करूंगा।’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कल प्रधानमंत्री पर हमला किया था और आरोप लगाया था कि वह ‘‘सैनिकों के खून के पीछे छिप रहे हैं।’’ उन्होंने कहा था कि मोदी सैनिकों की शहादत का राजनीतिक लाभ ले रहे हैं।

राहुल ने कहा था, ‘‘जिन्होंने हिंदुस्तान के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं, उनके खून के पीछे आप छुपे हैं। उनकी आप दलाली कर रहे हो। यह बिल्कुल गलत है।’’ भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष के ‘दलाली’ शब्द पर कड़ी प्रतिक्रिया की और इसे ‘‘हिंदुस्तानी सियासत में एक नई गिरावट’’ बताया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं ‘आप’ के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने भी कांग्रेस उपाध्यक्ष की इस टिप्पणी की आलोचना की।

इस बीच, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मोदी और अन्य भाजपा नेताओं पर हमला किया और आरोप लगाया कि वे नियंत्रण रेखा से लगे इलाकों में आतंकी लांचपैडों पर सर्जिकल हमले को इस तरह पेश कर रहे हैं जैसे सैनिकों के बदले उन्होंने खुद ही यह हमला किया हो।

सिंह ने ट्विट किया, ‘‘मोदी, अमित शाह, पर्रिकर और भाजपा नेता इस तरह घूमते फिर रहे हैं जैसे उन्होंने ही सर्जिकल हमला किया है। हमारी सेना और बहादुरों को श्रेय दें।’’

( Source – पीटीआई-भाषा )

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