योगी ने महाराजगंज में दो थानाध्यक्षों और नौ अधिकारियों के निलंबन का दिया निर्देश
योगी ने महाराजगंज में दो थानाध्यक्षों और नौ अधिकारियों के निलंबन का दिया निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं होने पर कडी नाराजगी व्यक्त की और महाराजगंज जिले में दो थानाध्यक्षों तथा दायित्वों का सही निर्वहन नहीं करने के लिए नौ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आज निर्देश दिया ।

योगी ने महाराजगंज कलेक्ट्रेट सभागार में जिले की कानून व्यवस्था और जन कल्याणकारी योजनाओं की बिन्दुवार प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने तीन थानाध्यक्षों और चार अन्य अधिकारियों को स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया ।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था में अपेक्षित सुधार न होने पर कड़ी नाराजगी जतायी तथा दायित्वों के सही ढंग से निर्वहन न करने पर दो थानाध्यक्षों को निलंबित करने और तीन थानाध्यक्षों को जनपद से स्थानान्तरित करने के निर्देश दिये।’ प्रवक्ता ने कहा, ‘इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने जन कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन न करने तथा अपने दायित्वों का सही निर्वहन न करने के कारण विभिन्न विभागों के नौ अधिकारियों को निलंबित तथा चार अन्य अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से जिले से स्थानान्तरित करने के निर्देश दिये हैं।’ निलंबित होने वाले थानाध्यक्ष पुरन्दरपुर विनोद कुमार राव व थानाध्यक्ष फरेन्दा चन्द्रेश यादव हैं तथा स्थानान्तरित होने वाले थानाध्यक्ष पनियरा के सुधीर कुमार सिंह, श्यामदेउरवा के श्रीकान्त राय, कोठीभार के रमाकान्त यादव हैं ।

जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया, वे एसडीएम गिरीश चन्द्र श्रीवास्तव, विक्रम सिंह एसडीएम नौतनवा, शैलेश कुमार सिंह कैजुएलटी मेडिकल आफिसर, संजय श्रीवास्तव बीडीओ, रवि सिंह लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा, मोहम्मद मुजम्मिल जिला कृषि अधिकारी, वी एन ओझा अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, डा0 अर्शद कमाल, डा0 बी एन बाजपेई हैं ।

स्थानान्तरित होने वाले अधिकारी अशोक कुमार मौर्य उपायुक्त राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, सुश्री गायत्री देवी प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह अपर मुख्य अधिकारी, अमित तिवारी जिला पूर्ति अधिकारी हैं ।

प्रवक्ता के मुताबिक, कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजगंज नेपाल की सीमा से सटा हुआ जिला है और यह सीमा पूर्णतया खुली हुई है। वर्तमान परिस्थितियों में इस जिले की संवेदनशीलता बहुत बढ़ गयी है इसलिए यहां के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निरन्तर सतर्क और चौकन्ना रहने की आवश्यकता है। कानून व्यवस्था में अपेक्षित सुधार नहीं दिखायी देने पर मुख्यमंत्री बेहद नाराज हुए। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के सुधार के लिए शासन जितनी धनराशि खर्च कर रहा है, धरातल पर उतना परिणाम दिखायी नहीं दे रहा है। यह एक गंभीर विषय है।

योगी ने कहा कि पुलिसकर्मी सीमावर्ती कस्बों में अवैध वसूली में संलिप्त है इसलिए वहां निरन्तर जाम की स्थिति बनी रहती है। नेपाल से इस जिले के रास्ते देश व प्रदेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों के साथ भी वसूली और बदसुलूकी की सूचनाएं मिल रही हैं। इससे प्रदेश की छवि खराब हो रही है। उन्होंने आईजी से लेकर सीओ तक को निर्देश दिये कि वे सीमावर्ती क्षेत्रों पर नज़र रखें और समय-समय पर औचक निरीक्षण करके जो भी अधिकारी एवं कर्मचारी गलत कार्यों में संलिप्त मिलें, उनके विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार न होने पर थानाध्यक्ष के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक भी जिम्मेदार माने जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं की भी विधिवत समीक्षा की। उन्होंने चार माह से अधिक समय से गायब रहने वाले चिकित्सकों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा कि जो सरकारी चिकित्सक प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त हों उनके वेतन से रिकवरी करायी जाये।

मुख्यमंत्री ने पंचायत कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि गांव में नियमित सफाई करायी जाये, एक भी सफाईकर्मी किसी अधिकारी के घर काम करते नहीं पाया जाना चाहिए।

योगी ने महाराजगंज के घुघली में श्री गुरू गोरक्षनाथ सेण्ट्रल एकेडमी के लोकार्पण के बाद उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर उन्हें लाभान्वित कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता को न्याय सरल व सुलभ हो इसके लिए थाना व तहसील को सक्रिय किया गया है। गलत प्रबन्धन के कारण बन्द हो गयीं चीनी मिलों को चालू कराया जायेगा। पिपराइच, मुण्डेरवा मिल को चालू किया जायेगा। न्यायालय से निस्तारित होने के बाद घुघली मिल को चालू कराया जायेगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी वर्गों के हित में समानभाव से कार्य कर रही है।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने चैनपुर के वार्ड नं0-एक में अनुसूचित जाति के लोगों के साथ आयोजित सहभोज में शामिल होकर भोजन किया।

योगी ने गोरखपुर के सर्किट हाउस सभागार में चेम्बर आफ इण्डट्रीज के पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि नई औद्योगिक नीति से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। नई औद्योगिक नीति में बुन्देलखण्ड एवं पूर्वान्चल के उद्यमियों के लिए काफी सुविधा होगी।

उन्होंने बताया कि जल्द ही गोरखपुर में अच्छे एवं बड़े उद्योग आने वाले है, जिससे गोरखपुर में करोड़ों रुपये का निवेश होगा। प्रदेश में सिंगल विण्डो सिस्टम लागू किया जा रहा है, जिसमें एक नोडल अधिकारी भी नामित होगा जो उद्यमियों के आवेदन के निस्तारण के लिए जिम्मेदार होगा।

मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि उद्यमियों की सुरक्षा के प्रति पुलिस सतर्क रहे तथा पेट्रोलिंग नियमित रूप से की जाये। जब भी बड़े लेन-देन के लिए उद्यमी बैंक में जायें तो उसकी सूचना पुलिस को दें जिससे उनको सुरक्षा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि छोटी सी घटना को भी बहुत बड़ा मानते हुए अपराधियों से साथ सख्ती से निपटा जाये।

योगी ने सिद्धार्थनगर के भ्रमण के दौरान जिले की कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों की स्थिति की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता की शिकायतों की सुनवाई करके उसका निस्तारण समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करें । थाना दिवस में औसत मात्र तीन प्रकरण के निस्तारण पर मुख्यमंत्री ने आपत्ति व्यक्त करते हुये अधिकारियों को अपेक्षित सुधार हेतु निर्देशित किया। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि जनता की कोई भी शिकायत उनके स्तर तक किसी भी दशा में न आने पाए। यदि सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा इस पर गम्भीरता से कार्यवाही नहीं की गयी तो वे दण्ड के लिए तैयार रहें।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो चिकित्सक लम्बे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं, उनको निकालने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। साथ ही साथ विगत चार माह से जो चिकित्सक अनुपस्थित रहकर भी वेतन ले रहे हैं, उनकी जाँच संयुक्त निदेशक चिकित्सा, बस्ती मण्डल द्वारा की जाए तथा जांच रिपोर्ट शासन को एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराई जाए।

भाजपा कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करते हुए एक कार्यक्रम में योगी ने आहवान किया, ‘केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं है, उसे आम जन तक ले जाना पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है।’ उन्होंने कहा कि योजनाएं पात्रों तक पहुंचें, इसका शत-प्रतिशत अनुपालन कराएं। शहरी गरीबों को आवास का लाभ देना सरकार ने शुरू कर दिया है। गोरखपुर से इसकी शुरुआत हो गई है।

कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए योगी ने कहा कि नकारात्मक सोच से दूर रहते हुए सकारात्मक चर्चा जनता के बीच करें। पंडित दीनदयाल उपाध्याय हमारे आदर्श हैं। उनके जन्म शताब्दी वर्ष पर अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। भाजपा उन्हीं के आदर्शों पर कार्य कर रही है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अपने जनपदीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत आज महराजगंज और सिद्धार्थनगर जिलों के भ्रमण पर थे ।

( Source – PTI )

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