अग्निकांड की घटनाएं और बचाव

fireडा. राधेश्याम द्विवेदी

गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर और ग्रामीण इलाकों में अग्निकांड की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। जरा सी चूक से आग भड़क सकती है। अगर, कुछ सावधानी बरती जाए तो अग्निकांड की घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। 14 अप्रैल को अग्नि शमन सेवा स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। अग्नि शमन केन्द्र पर अग्नि शमन सेवा स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। 14 अप्रैल 1944 को मुम्बई बन्दरगाह पर घटित भीषण अग्निकाण्ड में अग्नि शमन विभाग के 66 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, तबसे 14 अप्रैल को अग्नि शमन सेवा स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। अग्नि शमन विभाग की सेवा किसी भी आपदा-विपदा हाने पर इस्तेमाल किया जाता है, चाहे कोई त्यौहार हो धरना प्रदर्शन हो अथवा किसी भी प्रकार की ला एण्ड आर्डर की समस्या हो, इन सब अवसरों पर अग्निशमन विभाग की बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहता है। साथ ही जनपद की जनता एवं सम्भ्रान्त नागरिकों, व्यापारियों के प्रति सम्बोधन करते हुए अपील की गयी कि किसी भी प्रकार की कोई आपदा सम्बन्धी सूचना देनी हो तो तत्काल 100, 101, 1073 नम्बरों पर अवश्य सूचना दें, ताकि समय रहते इस पर काबू पाया जा सके। गर्मी का मौसम है फसल तैयार है, आधुनिक उपकरणों द्वारा उसकी कटाई की जा रही है तो उस फसल का डंठल खेतों रह जाने के कारण ज्यादातर लोग उसे जलाने का प्रयास करते हैं, जिससे दुर्घटना होने से इनकार नही किया जा सकता है। अतः इस पर कन्ट्रोल होना चाहिए कि कोई व्यक्ति इस तरीके से आग न लगा सके। FEMA के अनुसार आग के कारण 4,000 से अधिक अमेरिकी लोग मर जाते हैं और 20,000 से अधिक घायल हो जाते हैं, जबकि इनमें से कई को बचाया जा सकता है। आग से होने वाला संपत्ति का नुकसान लगभग $8.6 अरब प्रति वर्ष अनुमानित है। जब कभी आग लग जाये तो कीमती सामान को इकट्ठा करने या फोन करने में समय बर्बाद न करें। आग बड़ी शीघ्रता से फैल सकती है, दो मिनटों में घातक हो सकती है और किसी रिहायश को पाँच मिनट के अल्प समय में अपनी गिरफ्त में ले सकती है। जहाँ लपटें खतरनाक होती हैं, वहीं गरमी और धुआँ और भी खतरनाक हो सकते हैं और आपके फेपड़ों को झुलसा सकते हैं। जब आग जलती है तो जहरीली गैसें उत्सर्जित होती हैं जिससे आप गफलत में आ सकते हैं या उनींदे हो सकते हैं, और इससे आप गहरी नींद में जा सकते हैं। आग संबंधी मृत्यु का मुख्य कारण दम घुटना होता है, जो जलने के कारण होने वाली मौतों का तीन गुना है। अपना बचाव करने के लिये आग के बारे में जानना महत्वपूर्ण है। एक किट प्राप्त करें एक योजना बनायें और जानकारी रखें
आपातकालीन किट:- एक आपातकालीन आपूर्ति किट प्राप्त करें जिसमें खराब न होने वाला भोजन, पानी, बैटरी से चलने वाला या हैंड क्रेंक रेडियो, अतिरिक्त टॉर्च और बैटरियाँ शामल हों। आपको एक पोर्टेबल किट को तैयार करने और इसे अपनी कार में रखने की आवश्यकता हो सकती है। इस किट में दवा के पर्चों की प्रतिलिपियाँ और दवाओं की आपूर्ति; बिस्तर और कपड़े, जिसमें स्लीपिंग बैग्स और तकिये शामिल हैं; पानी की बोतल, बौटरी से चलने वाला रेडियो और अतिरिक्त बैटरियाँ, एक प्राथमिक चिकित्सा किट, एक टॉर्च; महत्वपूर्ण दस्तावेजों की प्रतिलिपियाँ: ड्राइवर लाइसेंस, सामाजिक सुरक्षा कार्ड, निवास का प्रमाण, बीमा पॉलिसियाँ, वसीयतें, अनुबंध, जन्म और शादी का प्रमाण पत्र, कर के अभिलेख इत्यादि होना चाहियेः । फायर सर्विस सेवाएं:- घरों की आग सबसे बड़ा जोखिम है, क्योंकि इसी के कारण सबसे ज़्यादा जानें जाती हैं और चोटें या अन्य दुर्घटनाएं होती हैं। आग और आग से जुड़ी ज़्यादातर मृत्यु और दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है, इसी तरह की रोक-थाम को ध्यान में रखते हुए फायर सर्विस अनेक प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है। इन सेवाओं का सार इस प्रकार देखा जा सकता है – ऐसी सेवाएं दी जाती हैं जोकि आग और अन्य आपातकालीन स्थितियों में जान-माल की कम से कम क्षति सुनिश्चित कर सकें। स्थानीय निकायों और अन्य आपातकालीन सेवाओं के साथ मिलकर ऐसी सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिनसे किसी भी बड़ी आपातकालीन स्थिति से निपटने की तैयारी की जा सके उदाहरण के लिए यातायात सम्बन्धी कोई बड़ी त्रादसी या आतंकवादी हमला।
आग से सुरक्षा के लिए प्रमुख सलाह:-फायर एण्ड रैस्क्यू सर्विस द्वारा आग से बचाव की सलाह प्रत्येक व्यक्ति को ध्यान में रख कर तैयार की गई है, इसमें छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी शामिल हैं और इसे नीचे संपर्क सैक्शन में दिए गए किसी भी तरीके से प्राप्त किया जा सकता है।
बचाव संदेश :- इन सेवाओं के ज़रिए यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि व्यवसायिक परिसरों और ऐसे परिसर जहाँ पर आम लोगों का आना-जाना है, वहाँ पर इन लोगों की सुरक्षा के लिए पूरे मानकों का पालन किया जाए। आग से बचाव के हमारे प्रमुख संदेश इस प्रकार हैं: धुएं (स्मोक) का अलार्म लगाएं और कम से कम सप्ताह में एक बार इसकी जाँच करें। आग लगने की स्थिति के लिए एक योजना बना कर रखें और घर में यह सभी को पता होनी चाहिए, ताकि आग लगने की स्थिति में बचा जा सके। गरम तेल में खाना पकाते समय ध्यान रखें कि थर्मोस्टेटिक कन्ट्रोल्ड डीप फैट फ्रायर्स का इस्तेमाल करें। जलती हुई मोमबत्ती को अकेला कभी न छोड़ें। यह सुनिश्चित कर लें कि सिगरेट पूरी तरह से बुझा दी गई है और ध्यान से बाहर फेंकी गई है। बिस्तर में धूम्रपान कभी न करें। माचिस और लाईटर को बच्चों की पहुँच से दूर रखें। कपड़ों को गरमी देने वाले उपकरणों से दूर रखें। रसोई में काम करते समय ध्यान रखें! खाना पकाते समय घर में आग लगने की घटनाएँ लगभग 59% होती हैं। जिस समय आप थके हुए हों या शराब पी रहे हों तो खासतौर पर ध्यान रखें। घरों में होने वाली लगभग आधी मौतें रात 10:00 से सुबह 8:00 बजे के बीच होती हैं। जब सोने जा रहे हों तो सभी दरवाज़े बन्द कर लें।
आग लगने की स्थिति में: -शान्त रहते हुए जल्दी बाहर निकलें! अपने घर में मौजूद हर व्यक्ति को सावधान कर दें। देर न करें – सभी को बाहर निकालें! कीमती सामान को ढूँढने और बचाने में समय न गंवाएं।दरवाज़ा खोलने से पहले, हाथ के पिछले हिस्से से इसकी जाँच करें। अगर यह गरम है तो, इसे न खोलें – दूसरी तरफ आग है । अपने पीछे के दरवाज़ों को बन्द करना याद रखें! जहाँ पर हवा साफ हो ‘नीचे झुक कर चलें’।

याद रखें – अगर संभव हो तो सीढ़ियों का इस्तेमाल करें, लेकिन आग लगने पर लिफ्ट का इस्तेमाल न करें! अन्दर वापिस न जाएं – पड़ोसी के, मोबाईल या पेफोन से 999 पर फोन करें और बाहर इन्तज़ार करें। घरों में लगने वाली आग का आँकलन:-टाईन एण्ड वीयर में सभी रिहाईशी इलाकों का घरों में लगने वाली आग का मुफ्त आँकलन करने की सुविधा है, यह हमारे क्षेत्र में आग के जोखिम को कम करने की मुहिम का हिस्सा है। इस विज़िट के दौरान आप आग और आग से बचाव सेवाओं से जुड़ा कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। इस विज़िट के दौरान हमें आपके घर में आग लगने के खतरों को कम करने में मदद मिलती है, आपके घर को एक सुरक्षित स्थान बनाने के लिए सही कदम उठाने में मदद करेगी, बच निकलने की योजना बनाने में मदद मिलेगी, और मुफ्त स्मोक अलार्म लगाने को मिलेगा। इस आँकलन में 20 मिनट से ज़्यादा समय नहीं लगेगा और यह दो अग्निशमन कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। सभी आँकलन पहले से समय लेकर किये जाएंगे और आने वाले अग्निशमन कर्मचारी अपना पहचान पत्र साथ ले कर आएँगे।
कैसे यूज करें फायर इक्स्टिंग्विशर:- सबसे पहले इक्स्टिंग्विशर की नोक पर लगी सेफ्टी पिन हटाएं। इसके बाद इक्स्टिंग्विशर को तिरछा करके ऊपर लगे वॉशर को झटके से दबाते हैं। इसके दबते ही गैस निकलने लगती है। अगर वॉशर न दब रहा हो तो उसे तेजी से किसी दीवार पर भी मार सकते हैं। जब गैस निकलने लगे तो एक्स्टिंगिशर को तिरछा करके आग के सोर्स की तरफ ले जाएं। ध्यान रखें कि टारगेट आग की लपटों पर नहीं, उसके इनिशियल पाइंट पर होना चाहिए। आम तौर पर फायर एक्स्टिंगिशर बाजार में 1000-1,200 रुपये में मिल जाते हैं। साइज के हिसाब से एक्स्टिंगिशर के रेट होते हैं।
शॉर्ट सर्किट पर रोक-थाम :- खासतौर पर घरों में लगने वाली आग और इसके असर की रोकथाम इन सेवाओं का लक्ष्य है, और इसके परिणामस्वरूप दुर्घटनाओं के जोखिम को भी कम किया जाता है। बिजली की वजह से होने वाले आग के हादसों में 60 पर्सेंट मामले शॉर्ट सर्किट, ओवरहीटिंग, ओवरलोडिंग, खराब स्टैंडर्ड के उपकरण, बिजली के तारों को गलत तरह से जोड़ने और लापरवाही की वजह से होते हैं। बिजली से जुड़ी आग काफी खतरनाक होती है और इसे संभालना भी काफी मुश्किल होता है। इसलिए किसी भी तरह की आग लगने पर पावर सप्लाई बंद करना बहुत जरूरी है। ऐसी आग को रोकने के लिए इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है -हमेशा आईएसआई सर्टिफाइड उपकरण ही इस्तेमाल करें। अच्छी क्वालिटी के फ्यूज को ही घर में लगाएं। जिस जगह आग लगी हो, वहां इलेक्ट्रिक सप्लाई स्विच ऑफ कर दें। घर के टूटे हुए प्लगों-स्विचों को बदलें। गर्म और गीली सतहों पर बिजली के तारों को न पड़ने दें। अगर घर से बाहर जा रहे हैं तो मेन स्विच ऑफ करना न भूलें। इलेक्ट्रिक आउटलेट्स को उतने ही लोड के हिसाब से फिट कराएं, जितनी जरूरत हो। अगर आउटलेट्स ओवरलोडेड होंगे तो आग का खतरा बढ़ जाएगा। जितने भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हों, उनके तारों को कुछ अंतराल पर चेक करते रहें। एक सॉकेट में एक ही उपकरण कनेक्ट करें। मल्टी प्लग की मदद से कई उपकरणों को जोड़ने से ओवरलोडिंग का खतरा बढ़ जाता है।
गर्मी में सावधानी:- गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर और ग्रामीण इलाकों में अग्निकांड की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। अगर, कुछ सावधानी बरती जाए तो अग्निकांड की घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। घरों में आग लगने की घटनाएं गैस सिलेंडर में लीकेज और शार्ट सर्किट से होती है। इसके अलावा खेत-खलिहान में आग जलती हुई बीड़ी फेंकने, आतिशबाजी और बिजली के तारों की चिंगारी से लगती हैं। अगर, सावधानी बरती जाए तो बचाव संभव है।
खलिहान बचाएं:- खलिहान, तालाब और पानी के स्रोतों के निकट लगाएं। खलिहान के पास पानी से भरे घड़े, मिट्टी के ढेर लगाएं। थ्रेसर में गीली फसल न लगाएं। यह फंसकर घर्षण उत्पन्न करती है, जिसकी गर्मी से आग लग जाती है। बिजली की लाइन और ट्रांसफार्मर के पास खलिहान न लगाएं।
ग्रामीण इलाकों में ध्यान रखें:- फूस के घर रेलवे लाइन और बिजली की लाइन से दूर हों। सूखे कंडों के ढेर घर से सौ फीट की दूरी पर लगाएं। चूल्हे की जलती बची लकड़ी को पूर्ण रूप से बुझा दें। लैंप और पेट्रोमेक्स छप्परों पर मत टांगिए।
आग लगने पर बचाव:-. शोर मचाकर लोगों को आग के बारे में बताएं। शरीर में आग लगने पर दौड़िये मत। जमीन पर लेटकर दोनों हाथों से चेहरे को ढक लें। धीमी गति से जमीन पर लुढ़कने से आग बुझेगी। जानवरों को लोहे की जंजीर से न बांधे, केवल रस्सी का प्रयोग करें।
घरों के बचाव:- बिस्तर में लेटकर बीड़ी-सिगरेट का प्रयोग मत कीजिए। बिना बुझाए हुए बीड़ी-सिगरेट के टुकड़े न फेंकें। भोजन बनाते समय पहने हुए कपड़ों का प्रयोग बर्तनों को उठाने में न करें। जलते हुए स्टोव और लालटेन में मिट्टी का तेल न भरें। घर में लगी बिजली की पुरानी वायरिंग को बदल दें। बिजली के कटे तारों को तुरंत बदलवा दें। सही फ्यूज लगाएं और एक ही प्लग में कई यंत्र न लगाएं। गैस सिलेंडर में लीकेज पर बिजली स्विच आन-आफ न करें। लीकेज सिलेंडर को घर के बाहर खुले स्थान पर रख दे। रात में सोने से पहले गैस सिलेंडर का वाल्व बंद कर दें। गैस सिलेंडर का पाइप पुराना होने पर तुरंत बदलवा दें। एक ही कमरे में चूल्हा, अंगीठी और बिजली स्टोव न जलाएं। शार्ट सर्किट से आग लगने पर बिजली का मेन स्विच बंद करें। आग लगने पर फायरब्रिगेड के नंबर पर तुरंत सूचित करें।

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