एक हसरत थी कि आंचल का मुझे प्यार मिले - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
रामअवतार त्यागी पुण्यतिथि (13 अप्रैल) पर विशेष शादाब जफर ''शादाब'' ''एक हसरत थी कि आंचल का मुझे प्यार मिले मैने मन्जिल को तलाशा मुझे बाजार मिले'' फिल्म जिन्दगी और तूफान का स्व. मुकेश द्वारा गाया गया ये गीत जब जब बजता है तब तब स्वभाव से शान्त, आदतों से आवारा, तबियत से…