वर्तमान

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-बीनू भटनागर-
life

कौन कहता है,
अतीत में मत झांको!
कौन कहता है,
अतीत से मत सीखो!
पर अतीत को अपने,
कांधों पर ढोकर,
वर्तमान पर अपने,
न बोझ बनने दो!

कौन कहता है,
भविष्य की मत सोचो!
कौन कहता है,
भविष्य भ्रम है केवल!
पर भविष्य की चिंता में,
रातों में न करवटें बदलो!
भविष्य के लिये यों ही,
वर्तमान से न मुंह मोड़ो!

भूत, भविष्य और वर्तमान को,
एक ही डोर में पिरोकर,
सपने देखो,
फिर वर्तमान में जीकर देखो!

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