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कविता ; बस दिल्ली का समाचार है - श्यामल सुमन - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
श्यामल सुमन सबसे पहले हम पहुँचे। हो करके बेदम पहुँचे। हर चैनल में होड़ मची है, दिखलाने को गम पहुँचे। सब कहने का अधिकार है। चौथा-खम्भा क्यूँ बीमार है। गाँव में बेबस लोग तड़पते, बस दिल्ली का समाचार है। समाचार हालात बताते। लोगों के जज्बात बताते। अंधकार में…