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एक दिन में सिमट आए हैं सारे रिश्ते - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
डॉ. दीपक आचार्य एक दिन में सिमट आए हैं सारे रिश्ते फिर साल भर पा लो संबंधों से मुक्ति युगों-युगों से ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का उद्घोष करने वाली भारतीय संस्कृति के लिए यह समय कितना दुर्दिनों भरा आ गया है जहाँ आदमी के मन से लेकर पूरे परिवेश तक संवेदनाआंे के…