RSS आतंकवादी , तो नहेरु क्या है ? ( तस्वीर बोलती है )

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                             “ कॉंग्रेस की सरकार ने RSS को आतंकवादी संघटन ही कहा है मगर कॉंग्रेस सरकार के वर्तमान शासक भूल गए है की इस कॉंग्रेस के दादाजी याने पंडित जवाहरलाल नहेरु भी RSS के कार्यकर थे यकीन नहीं आता है तो ये तस्वीर देख लो | “

* RSS ( आतंकी संगठन ) मे नहेरु ?
              “ कॉंग्रेस की नजर से अगर ये RSS आतंकवादी संगठन है तो फिर नहेरु RSS मे क्या कर रहे थे ? क्या वो आतंकियो को ट्रेनिंग दे रहे थे ? ये चित्र साबित करता है की या तो वर्तमान कोंग्रेसी सरकार झूठ बोल रही है की RSS सीम्मी जैसा ही आतंकवादी संगठन है या फिर नहेरु झूठे है ओर अगर ऐसा है तो इस संगठन को आगे बढ़ाने के लिए नहेरु ने भी महेनत की है इस बात को लेकर ये तस्वीर भी बोल रही है … कॉंग्रेस सरकार को ये तस्वीर देखनी ही चाहिए | “
             “ खासकर उन लोगो को ये तस्वीर देखनी चाहिए जो RSS की तुलना सौचालय से करते है क्यू की कॉंग्रेस के चहिते नहेरु RSS के लिए ही काम करते थे “
rss2* झूठ ओर घोटाले की यूनिवर्सिटी याने कॉंग्रेस
            “ वोट के लिए … सत्ता के लिए झूठ बोलना तो कोई कॉंग्रेस से ही सीखे …. घोटालो की यूनिवर्सिटी बन गई है कॉंग्रेस ओर झूठ बोलने पर तो पूरी “पीएचडी” ही कर ली है कोग्रेस ने …सॉलिड ओर चकाचक झूठ बोलना मानो कॉंग्रेस सरकार के लिए पोपकोर्न खाने जैसा हो गया है …. जिस RSS ने सदैव देश की सच्चे दिल से सेवा की है उसको आतंकवादी कहेती है सरकार ओर असली आतंकवादियो को पूरे देश का दामाद बनाकर रखती है ये कॉंग्रेस सरकार | “
           “घोटालेबाजो को “ भारत रत्न” देती है कॉंग्रेस सरकार ओर देश के लीए मरनेवालों को चंद मीनटो मे भुला देती है ये कॉंग्रेस सरकार | “
सन १९६२ के भारत-चीन युद्ध में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू संघ की भूमिका से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने संघ को सन १९६३ के गणतंत्र दिवस की परेड में सम्मिलित होने का निमन्त्रण दिया। सिर्फ़ दो दिनों की पूर्व सूचना पर तीन हजार से भी ज्यादा स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में वहाँ उपस्थित हो गये।

जो कहते है ये झूठ है तो ये रहा एक और प्रूफ …..rss3 एक छोटे से अखबार ने इसे छापा था

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एल. आर गान्धी
अर्से से पत्रकारिता से स्वतंत्र पत्रकार के रूप में जुड़ा रहा हूँ … हिंदी व् पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है । सरकारी सेवा से अवकाश के बाद अनेक वेबसाईट्स के लिए विभिन्न विषयों पर ब्लॉग लेखन … मुख्यत व्यंग ,राजनीतिक ,समाजिक , धार्मिक व् पौराणिक . बेबाक ! … जो है सो है … सत्य -तथ्य से इतर कुछ भी नहीं .... अंतर्मन की आवाज़ को निर्भीक अभिव्यक्ति सत्य पर निजी विचारों और पारम्परिक सामाजिक कुंठाओं के लिए कोई स्थान नहीं .... उस सुदूर आकाश में उड़ रहे … बाज़ … की मानिंद जो एक निश्चित ऊंचाई पर बिना पंख हिलाए … उस बुलंदी पर है …स्थितप्रज्ञ … उतिष्ठकौन्तेय

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