pravakta.com
सरकारी धन और सुरक्षा पर इतराते अलगाववादी - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
यह भारत जैसे उदार व सहिष्णु देश में ही संभव है कि आप अलगाव और देशद्रोह का खुलेआम राग अलापिए, मासूम युवाओं को भड़काइए और राज्य व राष्ट्र की संपत्ति को नुकसान पहुंचाइए, इसके बावजूद आपका बाल भी बांका होने वाला नहीं है। पाकिस्तान के पक्ष में और भारत के…