मधुमेह (DIABITIS /डायबिटिस) की सरल सफल चिकित्सा
यह चिकित्सा मधुमेह मे जरूर लाभ करती है। बहुत ही आसानी से बन जाती है परंतु बहुत प्रभावशाली है।
विजयसार – यह एक बड़ा पेड़ है जो मध्य प्रदेश से लेकर पूरे दक्षिण भारत मे पाया जाता है। इसकी लकड़ी के टुकड़े हर जड़ी बूटी बेचने वाले पर आसानी से मिल जाते है। इसकी लकड़ी का रंग हल्का लाल रंग से गहरे लाल रंग का होता है।
प्रयोग का तरीका –
*लगभग 500 ग्राम विजयसार की लकड़ी के टुकड़े बाजार से ले आए।
*ध्यान रहे घुन ना लगा हो।
*इसे लाकर सूखे कपड़े से साफ कर ले।
*यदि टुकड़े बड़े है तो उन्हे तोड़ कर छोटे (गेहु /चने के आकार के) टुकड़े बना ले। *
*1 छोटे चम्मच से 5 छोटे चम्मच तक ले।
*1 कप से 2 कप तक पानी मे रात को डाल दे।
* अच्छे परिणाम के लिए मिट्टी के बर्तन का प्रयोग करे।
*सुबह यह पानी गहरे लाल रंग का हो जाएगा।
* सुबह छान कर खाली पेट यह पानी पी ले।
* बचे हुए टुकड़ो को दोबारा उतने ही पानी मे डाल दे।
* शाम को इस पानी को उबाल कर छान ले। फिर इसे ठंडा होने पर पी ले।
* विजयसार की मात्रा रोग के अनुसार कम या अधिक कर ले।
* अँग्रेजी दवाई को एक दम बंद ना करे। धीरे धीरे कम कर दे।
* जो इंस्युलीन के इंजेक्शन प्रयोग करते है वह 1 सप्ताह बाद इंजेक्शन की मात्रा कम कर दे।
* हर सप्ताह मे इंस्युलीन की मात्रा 2-3 यूनिट कम कर दे।
* प्रत्येक मधुमेह के रोगी को 15 दिन मे 1 बार पेट साफ की दवाई जरूर लेनी चाहिए।
*मधुमेह के रोगी को जेब मे कुछ टाफिया या मीठे बिस्कुट हमेशा रखने चाहिए। यदि चक्कर आए तो 1-2 टॉफी या बिस्कुट तत्काल खा ले।
*यह किसी को भी हानि नहीं करता केवल लाभ ही करता है
मधुमेह के इस सफल सरल चिकित्सा के बारे मैं फिलहाल कुछ नहीं कह सकता.असल में मैं पच्चीस वर्षों पहले मधुमेह के चपेट में आया था,पर सौभाग्य बस ऐसे चिकत्सक से साबका पड़ा,जिन्होंने या तो तुरत दवा प्रारम्भ करने की सलाह दी या फिर उनके बताये रास्ते पर छः महीने तक चलने को कहा. उन्होंने कहा था कि अगर छः महीने में मेरा ब्लड शुगर नार्मल हो जाता है,उसी जीवन शैली को जारी रख कर मैं दस बारह वर्ष तक बिना दवा के सामान्य जिंदगी बीता सकता हूँ,पर बाद में मुझे दवा की आवश्यकता पड़ेगी,पर उस जीवन पद्धति में थोड़ा सुधार करके मैं आज भी सामान्य जिंदगी गुजार रहा हूँ. और मुझे किसी दवा की आवश्यकता नहीं पडी है.मैंने अपने अनुभव से मधुमेह के रोगियों के लिए एक दिशा निर्देश तैयार कियाहै,जो निम्न लिंक पर देखा जा सकता है.https://www.pravakta.com/diabetes-daybetij