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"बेदाग़ वेब पत्रकारिता" का प्रवक्ता बना रहेगा "प्रवक्ता.कॉम" - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
-विशाल आनंद आचार्य रजनीश ओशो ने कहा था - "हर पत्थर मैं मूर्ती छिपी हुयी है. मूर्तिकार कभी भी मूर्ती नहीं बनाता, वो तो पत्थर को छांटता है ताकि उसमे छिपी मूर्ती बाहर आ सके, नजरिया अपना अपना है, कौन सा मूर्तिकार किस नजरिये से छांटता है. कोई राम की…