दक्षिण कोरिया का बुसन सबसे बड़ा नगर

डा. राधेश्याम द्विवेदी
दक्षिण कोरिया पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है जो कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिणी अर्धभाग को घेरे हुए है। ‘शान्त सुबह की भूमि’ के रूप में ख्यात इस देश के पश्चिम में चीन, पूर्व में जापान और उत्तर में उत्तर कोरिया स्थित है। देश की राजधानी सियोल दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र और एक प्रमुख वैश्विक नगर है। यहां की आधिकारिक भाषा कोरियाई है जो हंगुल और हञ्जा दोनो लिपियों में लिखी जाती है। राष्ट्रीय मुद्रा वॉन है। उत्तर कोरिया, इस देश की सीमा से लगता एकमात्र देश है, जिसकी दक्षिण कोरिया के साथ 238 किलिमीटर लम्बी सीमा है। दोनो कोरियाओं की सीमा विश्व की सबसे अधिक सैन्य जमावड़े वाली सीमा है। साथ ही दोनों देशों के बीच एक असैन्य क्षेत्र भी है। कोरियाई युद्ध की विभीषिका झेल चुका दक्षिण कोरिया वर्तमान में एक विकसित देश है और सकल घरेलू उत्पाद (क्रय शक्ति) के आधार पर विश्व की तेरहवीं और सकल घरेलू उत्पाद (संज्ञात्मक) के आधार पर पन्द्रहवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।कोरिया मे 15 अंतराष्ट्रीय बिमानस्थल है और करीब 500 विश्वविद्यालय है लोग बिदेशो यहा अध्ययन करने आते है। यहा औद्योगिक विकास बहुत हुऐ है और कोरिया मे चीन सहित 15 देशो के लोग रोजगार अनुमति प्रणाली(EPS) के माध्यम से यहा काम करते है। जिसमे दक्षिण एशिया के 4 देशो नेपाल बांग्लादेश श्रीलंका पाकिस्तान है।दक्षिण कोरियाई अपने देश को हांगुक कहते हैं, जिसका शाब्दिक अर्थ है “हानों की भूमि” । हान एक प्रागएतिहासिक जनजाति का नाम है जो कोरियाई प्रायद्वीप पर रहते थे। ये हान, हान चीनियों से अलग हैं। देश का एक उपनाम है “जोसिओन” जिसका अर्थ है, शान्त सुबह की भूमि। दाइहान मिन्गुक देश का आधिकारिक नाम है, जिसका अर्थ है कोरिया गणराज्य या शाब्दिक अर्थ है महान हान गणराज्य !
कोरियाई भाषा :- कोरियाई भाषा यहाँ की आधिकारिक भाषा है जो अल्टिक भाषा परिवार से सम्बन्धित है। कोरियाई लेखन लिपि, हांगुल, का आविष्कार 1446 में राजा सेजोंग के काल में हुआ था जिसका उद्देश्य अपनी प्रजा में शिक्षा का प्रसार करना था। हुन्मिन जिओंगिउम की शाही उद्घोषणा में चीनी वर्णों को एक आम व्यक्ति द्वारा सीखना बहुत कठिन माना जाता था, जिसका शाब्दिक अर्थ है “ध्वनियां जो लोगों को सिखाने के लिए उपयुक्त हैं”। कोरियाई लिपि, चीनी लेखन लिपि से भिन्न है क्योंकि यह ध्वन्यात्मक कोरियाई से भिन्न है। बहुत से मौलिक शब्द कोरियाई में चीनी भाषा से लिए गए और वृद्ध कोरियाई अभी भी हाञ्जा में लिखते हैं, जो चीनी चित्रलिपि और जापानी काञ्जी के समान है, क्योंकि जापानी शासनकाल के दौरान कोरियाई में बोलना और लिखना प्रतिबन्धित था। 2000 में सरकार ने रोमनीकरण प्रणाली लाने का निर्णय लिया। अंग्रेज़ी अधिकान्श प्राथमिक विद्यालयों में द्वितीय भाषा के रूप में पढ़ाई जाती है। इसके अतितिक्त माध्यमिक विद्यालयों में दो वर्षों तक चीनी, जापानी, फ़्रान्सीसी, जर्मन, या स्पेनी भाषाएं भी पढ़ाई जाती हैं।
ईसाई और बौद्ध दो प्रमुख धर्म :- ईसाई धर्म और बौद्ध धर्म देश के दो प्रमुख धर्म हैं। ईसाई 49 % (36% प्रोटेस्टेण्ट और 13% रोमन कैथलिक) और बौद्ध 47% हैं। यद्यपि केवल 3% जनता ही स्वयं को कन्फ़्यूशियस कहती है लेकिन कोरियाई लोग कन्फ़्यूशियन विश्वासों से बहुत प्रभावित हैं। शेष कोरियाई शामनिज़्म और चिओन्दोग्यो धर्मों का पालन करते हैं।
संस्कृति :-कोरियाई पारम्परिक संस्कृति दोनों कोरियाओ में समान है, पर 1945 में विभाजन के बाद से दोनों देशों की समकालीन संस्कृतियां विशिष्ट रूप से विकसित हुई हैं। एतिहासिक रूप से कोरिया की संस्कृति उसके पड़ोसी चीन की संस्कृति के बहुत प्रभावित रही है लेकिन फिर भी अपने विशाल पड़ोसी से अलग संस्कृति का विकास करने में दक्षिण कोरिया सफ़ल रहा है। दक्षिण कोरियाई संस्कृति, खेलकूद और पर्यटन मन्त्रालय पारम्परिक कलाओं और आधुनिक रूपान्तरों को सहायता राशि और शिक्षा प्रदान कर बढ़ावा देता है। औद्योगीकरण और नगरीकरण के कारण दक्षिण कोरिया में लोगों के रहने के ढंग में बहुत परिवर्तन आया है। बदलते अर्थतन्त्र और जीवन-शैली के कारण बड़े नगरों में जनसंख्या घनत्व बढ़ा है, विशेषकर राजधानी सियोल में, जिससे बहु-पीढ़ीय परिवारों का स्थान लघु परिवारों ने ले लिया है । यह दुनिया का 10 वां व कोरिया का सबसे बड़ा पोर्ट है। 48वीं ई.में भारत के अयोध्या राज्य की राजकुमारी सुरीरत्ना का विवाह गया के राजा किम सुरो से हुआ था और वह रानी हुह ह्वांग-ओक के नाम से प्रसिद्ध हुईं। शाही परिवार की अगली पीढियों के सदस्यों की संख्या कोरिया की कुल 50 मिलियन की आबादी में से लगभग 5 मिलियन है और इसी कारण दोनों देशों के बीच मजबूत ऐतिहासिक संबंध है। अयोध्या और दक्षिण कोरिया का कनेक्शन है राजकुमारी की अपना कोरियाई नाम है Heo ह्वांग-ठीक , Geumgwan गया राजवंश और Kimhae और Heo के कोरियाई किम परिवार के पूर्वज की पहली रानी। बुसन में होंगब्योप्सा मंदिर है। दक्षिण कोरिया में महात्मा गांधी की एकमात्र प्रतिमा इसी मंदिर में स्थापित है ।

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