pravakta.com
मांसाहार बनाम शाकाहार का आर्थिक समाजशास्त्र - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
अखिलेश आर्येन्दु पिछले कुछ सालों में जब से नए शोधों ने यह साबित कर दिया कि शाकाहार इंसान के लिए मंासाहार से अधिक मुफीद और निरापद है तब से पश्चिमी देशो में शाकाहारियों की एक बड़ी तादाद देखने में आ रही है। इतना ही नहीं लोगों को यह भी समझ…