pravakta.com
बेईमानी का फल‌ - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मिली नौकरी चूहेजी को, बस के कंडेक्टर की| लगे समझने बस को जैसे, खेती हो वह घर की| बस में बैठे सभी मुसाफिर, उनसे टिकिट मंगाते| पैसे तो वे सबसे लेते, पर ना टिकिट बनाते| पूछा लोगों ने चूहेजी, यह कैसी बेईमानी| सरकारी पैसे से क्यों , करते…